Advertisement

एमसीबी घाटाले में पवार का नाम आने पर अन्ना हजारे ने जताई हैरानी

सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने करोड़ों रुपये के महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक (एमसीबी) घोटाले...
एमसीबी घाटाले में पवार का नाम आने पर अन्ना हजारे ने जताई हैरानी

सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने करोड़ों रुपये के महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक (एमसीबी) घोटाले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार का नाम शामिल होने पर आश्चर्य जताया है। प्रवर्तन निदेशाल (ईडी) ने इस घोटाले के संबंध में पवार के अलावा उनके भतीजे अजीत पवार, महाराष्ट्र के चार उप मुख्यमंत्रियों और अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है।

पवार के खिलाफ ईडी ने केस दर्ज किया

पुलिस एफआइआर के बराबर दर्जा रखने वाली एन्फोर्समेंट केस इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट ईडी ने दर्ज कराई है। यह मामला प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत दर्ज किया गया है। यह केस मुंबई पुलिस की एफआइआर पर आधारित है। पुलिस ने एफआइआर में बैंक के पूर्व चेयरमैन अजीत पवार और कोऑपरेटिव बैंक के 70 अन्य अधिकारियों ‍एवं कर्मचारियों को नामजद किया गया था।

मेरे सामने केस आया तब नहीं था पवार का नाम

एमसीबी घोटाले में कथित तौर पर पवार की संलिप्तता और उनके खिलाफ ईडी के बारे में पूछे जाने पर हजारे ने कहा कि यह मामले उनके समक्ष आया था, तब शरद पवार का नाम कहीं नहीं था। उनका नाम इस मामले में कैसा आया, किसने शामिल किया, यह उन्हें (ईडी को) ही पता होगा।

अन्ना ने पवार पर पहले लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप

भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने वाले अन्ना हजारे पवार के आलोचक रहे हैं। वह कई दशकों से पवार के खिलाफ रहे हैं और उन्होंने कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। 2011 में दिल्ली में आमरण अनशन के दौर भ्रष्टाचार को लेकर तत्कालीन कृषि मंत्री पवार पर हमला बोला था। वैसे हजारे 1993 से ही उनके खिलाफ आरोप लगाते रहे हैं।

ईडी की जांच में सच्चाई सामने आने की उम्मीद

उन्होंने उम्मीद जताई कि घोटाले की ईडी द्वारा विस्तृत जांच किए जाने पर सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि ईडी को पता चल जाएगा कि उनका नाम केस में कैसे आया। पवार ने किसी तरह की गड़बड़ी के आरोपों से इन्कार किया है और कहा है कि वह बैंक से किसी भी तरह जुड़े नहीं थे। उन्होंने केस दर्ज किए जाने के समय पर भी सवाल उठाया। उन्होंेने कहा कि महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले ही केस दर्ज किए जाने के पीछे सरकार की क्या मंशा हो सकती है।

पवार ने कहा- दिल्ली दरबार के समक्ष नहीं झुकूंगा

भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की ओर इशारा करते  हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह दिल्ली तख्त के सामने नहीं झुकेंगे। एनसीपी ने ईडी के केस को राजनीति से प्रेरित बताया है।

राहुल ने सरकार को आड़े हाथों लिया

उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि महाराष्ट्र चुनाव से पहले पवार को बदले की भावना निशाना बनाया गया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि दुर्भावना से काम कर रही सरकार ने शरद पवार को निशाना बनाया है। शिकार होने वाले वह नवीनतम विपक्षी नेता हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सरकार ने राजनीतिक मकसद से केस दर्ज किया है। राहुल गांधी विपक्षी नेताओं को शिकार बनाए जाने पर सरकार की आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार विधानसभा चुनावों से ठीक पहले विपक्षी नेताओं को झूठे मामलों में  फंसा रही है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad