लेकिन पता चला कि साइकिल से तो केवल संसद के पास पहुंचकर सवारी की। उससे पहले तो बाकायदा एसी गाड़ी में सवार होकर संसद भवन के नजदीक पहुंचे और गाड़ी में रखी साइकिल उतारकर सुर्खियों के लिए ऐसा किया। क्यांेकि फोटो खिंचवाने और चर्चा में आने के बाद मनोज तिवारी की साइकिल फिर नजर नहीं आई। तो क्या यह मान लिया जाए यह सब केवल चर्चा बटोरने के लिए था।
मनोज तिवारी की साइकिल
ऑड-इवन के चक्कर में भाजपा सांसद मनोज तिवारी साइकिल से क्या संसद भवन पहुंचे चर्चा होने लगी कि आखिर इतनी गर्मी में सांसद महोदय साइकिल से क्यों आए।

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