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गुजरात: कार्टून विवाद पर बीजेपी बोली, हमने किसी धर्म का मजाक नहीं उड़ाया, कांग्रेस का पलटवार, कहा-  आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता

अहमदाबाद बम विस्फोट मामले में 38 लोगों को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी की गुजरात इकाई...
गुजरात: कार्टून विवाद पर बीजेपी बोली, हमने किसी धर्म का मजाक नहीं उड़ाया, कांग्रेस का पलटवार, कहा-  आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता

अहमदाबाद बम विस्फोट मामले में 38 लोगों को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी की गुजरात इकाई की ओर से ट्वीटर पर एक कैरीकेचर ट्वीट किया था। हालांकि बाद में ट्विटर ने इस ट्वीट को हटा दिया। इस मामले के सामने आने के एक दिन बाद सोमवार को सत्तारूढ़ दल भाजपा ने दावा किया कि वह कार्टून असली तस्वीरों पर आधारित था और इसमें किसी धर्म अथवा समुदाय को निशाना नहीं बनाया गया था।

भाजपा प्रवक्ता डॉ रुतविज पटेल ने कहा, "स्केच फैसले के एक दिन बाद अखबारों द्वारा प्रकाशित दोषियों की वास्तविक तस्वीरों पर आधारित था। गुजरात भाजपा या उसकी सोशल मीडिया टीम का स्केच के माध्यम से किसी विशेष धर्म या समुदाय को निशाना बनाने का कोई इरादा नहीं था।" 

उन्होंने कहा कि जब (आतंकवादी) ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सैनिकों ने मार गिराया, तो उसका स्केच अमेरिका में भी प्रकाशित हुआ था। पटेल के अनुसार ट्वीट की गई स्केच एक कलात्मक अभिव्यक्ति के अलावा और कुछ नहीं थी।

कांग्रेस और कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कार्टून हटाने के ट्विटर के फैसले का स्वागत किया और दावा किया कि भाजपा अदालत के फैसले से राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है। राज्य कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने ट्विटर की कार्रवाई का स्वागत किया। उन्होंने कहा, "हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। अगर कांग्रेस के नेता राजीव गांधी और इंदिरा गांधी आतंकवाद से लड़ते हैं तो कांग्रेस ने दो खो दिए थे। अदालतों के फैसले को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए।"

आपको बता दें कि भाजपा ने जो कार्टून ट्वीट किया था उसमें कुछ पुरुषों को टोपी पहने हुए दिखाया गया था, जो फांसी के फंदे से लटके हुए थे। इसकी पृष्ठभूमि में एक तिरंगा और बम विस्फोट को दर्शाने वाला एक चित्र था, जिसके ऊपरी हिस्से में दाएं कोने पर ‘‘सत्यमेव जयते’’ लिखा हुआ था।

गौरतलब है कि अदालत ने इस मामले में 38 दोषियों को मौत की सजा और 11 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इन धमाकों में 56 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 200 से अधिक अन्य व्यक्ति घायल हो गए थे।

        
        
         

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