कांग्रेस की मुसीबतें कम होने की नाम नहीं ले रही हैं। अंदरखाने से यह खबर कई दिनों से आ रही थी कि हार्दिक पटेल पार्टी से नाराज चल रहे हैं और आज हार्दिक ने इस्तीफा देकर तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है। गुजरात कांग्रेस इकाई में अंदरूनी कलह के बीच हार्दिक पटेल ने बुधवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।
गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में स्थानीय इकाई को मजबूत करने के कदम में उनकी भूमिका को लेकर राज्य के पार्टी नेताओं से नाराज थे। पाटीदार नेता हाल ही में उदयपुर में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की तीन दिवसीय विचार-मंथन सत्र में भी शामिल नहीं हुए थे।
उन्होंने ट्विटर पर पार्टी छोड़ने की घोषणा की। पार्टी छोड़ते हुए उन्होंने लिखा, "आज मैं हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ। मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी। मैं मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊँगा।"
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए पाटीदार नेता हार्दिक पटेल चुनाव से पहले दरकिनार किए जाने पर पार्टी और शीर्ष अधिकारियों के साथ अपनी शिकायतों को सार्वजनिक रूप से प्रसारित कर रहे थे। हाल ही में पटेल ने पार्टी आलाकमान से नाराजगी जताते हुए कहा था कि उन्हें राज्य कांग्रेस इकाई की किसी बैठक में उन्हें आमंत्रित नहीं किया जाता और किसी भी फैसले से पहले उनसे सलाह भी नहीं ली जाती है।