पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को पत्र लिखा कि भाजपा के हेमताबाद विधायक देवेंद्र नाथ रे की मृत्यु एक "संदिग्ध आत्महत्या का मामला" है और यह राजनीतिक मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि बंगाल में मामले को तूल दिया जा रहा है। विधायक ने सुसाइड किया है लेकिन भाजपा के नेता इस पर राजनीति कर रहे हैं।
सीएम ममता का पत्र विधायक की मौत पर राष्ट्रपति से मिलने गए भाजपा प्रतिनिधिमंडल के एक दिन बाद आया। भाजपा विधायक का शव सोमवार को उत्तरी दिनाजपुर जिले के बिंदल गांव में उनके घर के पास एक बरामदे की छत से लटका पाया गया था।
ममता ने पत्र में कहा, "पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने और प्राथमिक जांच के बाद, पश्चिम बंगाल पुलिस ने बताया है कि यह संदिग्ध आत्महत्या का मामला है और कुछ स्थानीय धन के लेनदेन की गतिविधियों से संबंधित हो सकता है।"
बनर्जी ने कहा, "मृतक की जेब में मिले नोट में दो व्यक्तियों का भी नाम है जो कथित रूप से इलाके में इस तरह के मनी ट्रांसफर गतिविधियों से संबंधित पाए जाते हैं। इसलिए, मुझे यह कहते हुए खेद है कि यह एक राजनीतिक मामला नहीं है जैसा कि बीजेपी द्वारा अनुमान लगाया जा रहा है। बीजेपी द्वारा। ”
संसदीय दल के नेता डेरेक ओ ब्रायन के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राष्ट्रपति से मुलाकात कर मामले के तथ्यों और विवरणों से अवगत कराया।
गौरतलब है कि हेमताबाद के विधायक देबेंद्र नाथ रे का शव उत्तरी दिनाजपुर जिले में बिंदल गांव में स्थित उनके घर के निकट बंद पड़ी एक दुकान के बाहर छत से लटकता मिला था। भारतीय जनता पार्टी ने रे की मौत के मामले में सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। पार्टी का आरोप है कि उनकी हत्या हुयी है । दूसरी ओर राज्य सरकार ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ऐसा संकेत मिल रहा है कि यह खुदकुशी का मामला है।