असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बुधवार को प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि पार्टी भाजपा को धर्मनिरपेक्षता न सिखाए क्योंकि इसकी आड़ में लव जिहाद, धर्मांतरण और हिंदुओं की हत्या को उचित नहीं ठहराया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि असम में बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने के लिए वह एक कानून लाने जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के कवर्धा विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेता ने भूपेश बघेल सरकार पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि राज्य में लव जिहाद एवं धर्मांतरण की घटनाएं बढ़ रही है। शर्मा ने कहा कि यदि कांग्रेस सत्ता में वापस आती है तो ऐसे मुद्दे अगले स्तर तक पहुंच जाएंगे।
असम के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारी धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा बाबा साहब आम्बेडकर और हमारी हिंदू संस्कृति द्वारा दी गई है। हम इसकी अवधारणा जानते हैं।” भाजपा नेता ने आगे कहा, ”असम में वह मुसलमानों को यह कहते हुए अपने समुदाय की महिलाओं से शादी करने के लिए कहते हैं कि अगर वे हिंदू महिलाओं से शादी करेंगे तो उनके समुदाय की महिलाओं का क्या होगा।”
उन्होंने कहा, ”दिसंबर में मैं असम में बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक कानून बनाने जा रहा हूं।” उन्होंने कांग्रेस पर बाबर की पूजा करने (मुस्लिम आक्रमणकारी का जिक्र) और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘ये लोग बाबर के हैं, भगवान श्री राम के नहीं। जो भगवान श्री राम के हैं, वे अपने वादे पूरे करते हैं। प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी ने लोगों से किए अपने सभी वादे पूरे किए।”
उन्होंने शराबबंदी के अपने वादे को पूरा नहीं करने के लिए कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भूपेश बघेल सरकार शराब बेचने के लिए देश में मशहूर हो गई है। उन्होंने लोगों से छत्तीसगढ़ को ‘लव जिहाद’ और धर्मांतरण से बचाने के लिए भाजपा उम्मीदवार विजय शर्मा को वोट देने और अकबर को विदा करने का आग्रह किया। कांग्रेस ने कवर्धा सीट से अपने वरिष्ठ नेता और मंत्री मोहम्मद अकबर को फिर से उम्मीदवार बनाया है। छत्तीसगढ़ की 90 सीटों के लिए दो चरणों में सात और 17 नवंबर को मतदान होना है।