बीते माह कांग्रेस छोड़ने वाले भाजपा के राज्यसभा सदस्य अशोक चव्हाण ने सोमवार को कहा कि उन्होंने सबसे पुरानी पार्टी छोड़ने से पहले सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं की और इस संबंध में राहुल गांधी की टिप्पणियों को "निराधार" बताया।
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले रविवार को मुंबई में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दावा किया कि महाराष्ट्र के एक नेता ने उनकी मां सोनिया गांधी के सामने रोते हुए कहा कि उन्हें शर्म आती है कि वह 'इस शक्ति से और नहीं लड़ सकते और उन्हें जेल नहीं जाना'।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चव्हाण ने सोमवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि राहुल गांधी ने रविवार को एक रैली में बयान दिया और किसी का नाम नहीं लिया।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "लेकिन अगर वह मेरे बारे में ऐसा कह रहे हैं, तो यह अतार्किक और निराधार है। सच्चाई यह है कि जब तक मैंने कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया, मैं पार्टी मुख्यालय में काम कर रहा था। मैंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और कुछ क्षण बाद ही पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया। तब तक, किसी को नहीं पता था कि मैंने इस्तीफा दे दिया है।"
चव्हाण ने कहा, "मैं सोनिया गांधी से कभी नहीं मिला। यह कहना बेबुनियाद है कि मैंने सोनिया गांधी से मुलाकात की और अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। यह चुनाव के दृष्टिकोण से एक राजनीतिक बयान है।"
पिछले महीने कांग्रेस छोड़ने के बाद चव्हाण सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए, जिसने उन्हें महाराष्ट्र से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकित किया। बाद में चव्हाण को राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। 2010 में, मुंबई में आदर्श हाउसिंग घोटाले में शामिल होने के आरोपों के बाद चव्हाण ने मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया। वह 2014-19 के दौरान राज्य कांग्रेस प्रमुख भी थे।