नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुलाह ने सोमवार को परोक्ष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि भारत को एक "साहसी" प्रधानमंत्री की जरूरत है जो सभी को एक साथ रख सके चाहे वह हिंदू, मुस्लिम, सिख या कोई भी हो, न कि ऐसा पीएम चाहिए जो लोगों को सिर्फ राजनीति के लिए बांटता है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने "फरोस इन ए फील्ड: द अनएक्सप्लोर्ड लाइफ ऑफ एच डी देवेगौड़ा" नामक पुस्तक का अनावरण करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि भारत तभी मजबूत बनेगा जब देश के लोग मजबूत होंगे।
जम्मू-कश्मीर और उसके लोगों के प्रति उनके दृष्टिकोण के लिए देश के 12 वें प्रधान मंत्री के रूप में पूर्व प्रधान मंत्री एचडी देवेगौड़ा के कार्यकाल की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भारत को एक साहसी प्रधानमंत्री की आवश्यकता है, एक ऐसा प्रधानमंत्री, जो राजनीति के लिए (लोगों) को विभाजित नहीं करे, बल्कि सभी को एकजुट करे, जो हिंदू, मुस्लिम, सिख, सभी को साथ रखे। भारत को विभाजन की आवश्यकता नहीं है।’’
कार्यक्रम में गौड़ा मौजूद थे।
उन्होंने कहा, "दुख की बात है कि हर चुनाव ने भारत और भारतीय लोगों को विभाजित किया है।" अब्दुल्ला ने कहा, "वह दिन कब आएगा जब हम धर्म के कारण विभाजित नहीं होंगे"।
नेकां नेता ने कहा कि वह एक मुसलमान हैं और अन्य सभी धर्मों का उतना ही सम्मान करते हैं, जितना कि अपने धर्म के लिए करते हैं। "इसमें ग़लत क्या है?" उन्होंने कहा, "लेकिन आज के शासन को देखें, हम कैसे छोटे-छोटे कोनों में बंटे हुए हैं। और फिर हम एक मजबूत भारत बनाना चाहते हैं"।
अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक भारत के लोग मजबूत नहीं होंगे, भारत "कभी भी" मजबूत नहीं होगा।