कर्नाटक कांग्रेस में सत्ता-संघर्ष को लेकर खींचतान चल रही है। इस बीच, भाजपा ने भी कांग्रेस की चुटकी ली है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड्गे के इस बयान पर कि कर्नाटक में क्या होगा, यह “पार्टी हाईकमान” तय करेगा, भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा ने सवाल उठाया कि आखिर यह “हाईकमान” है कौन?
दरअसल, जब खड्गे से पूछा गया कि क्या कर्नाटक में नेतृत्व स्तर पर कोई बदलाव होगा, तो उन्होंने कहा कि यह निर्णय आलाकमान लेगा। इस पर भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह आलाकमान कौन है? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस का हाईकमान एक भूत की तरह है—यह अनसुना और अनदेखा है, लेकिन इसे हमेशा महसूस किया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि जिसे लोग हाईकमान मानते हैं, वह कांग्रेस अध्यक्ष इसका नाम लेते हैं और कहते हैं कि वह हाईकमान नहीं हैं।
दरअसल, कांग्रेस का आलाकमान ही पार्टी से जुड़े सभी मुद्दों पर निर्णय लेता है। इसे पार्टी की सबसे ऊपरी कार्यकारी समिति भी कहा जा सकता है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड्गे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल सहित 31 अन्य लोग शामिल हैं। गौरतलब है कि इस सूची में शशि थरूर का नाम भी है।
हालांकि, राजनीतिक पंडितों का मानना है कि ये सभी नाम केवल दिखावटी हैं और पार्टी में क्या होगा, इसका निर्णय आमतौर पर गांधी परिवार ही लेता है। खड्गे का यह कहना कि कर्नाटक में क्या होगा, इसका निर्णय हाईकमान करेगा, यह गांधी परिवार की ओर ही इशारा करता है। भाजपा हमेशा इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधती रही है। तेजस्वी सूर्या का कटाक्ष भी इसी ओर इशारा करता है।