संसद परिसर में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल उतारने के मामले में विवाद में घिरे तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि ‘मिमिक्री’ करना एक तरह की अभिव्यक्ति है और मौलिक अधिकार है।
संसद के शीतकालीन सत्र में कई अन्य विपक्षी सांसदों के साथ लोकसभा से निलंबित बनर्जी ने कहा कि असहमति और विरोध का अधिकार मौलिक अधिकार है।
वरिष्ठ अधिवक्ता बनर्जी ने अपने संसदीय क्षेत्र सेरामपुर में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अभिव्यक्ति का अधिकार मौलिक अधिकार है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नकल उतारना अधिकार है, यह एक अभिव्यक्ति है, यह मौलिक अधिकार है।’’
बनर्जी ने कहा कि कोई इसे प्रभावित नहीं कर सकता। बनर्जी ने संसद के दोनों सदनों से बड़ी संख्या में विपक्षी सदस्यों के निलंबन के खिलाफ 19 दिसंबर को संसद की सीढ़ियों पर विपक्ष के प्रदर्शन के दौरान धनखड़ की नकल उतारी थी।
राज्यसभा के सभापति धनखड़ ने इस कृत्य को ‘शर्मनाक, हास्यास्पद और अस्वीकार्य’ बताया था। बनर्जी ने धनखड़ पर ‘‘केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी को खुश करने के लिए विपक्ष की आवाज दबाने’’ का आरोप लगाया।