कांग्रेस वर्किंग कमिटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद भी पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह जारी है और पार्टी के लोकसभा में व्हिप मनिकम टैगोर ने मंगलवार को वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल पर नेतृत्व के खिलाफ उनकी टिप्पणी को लेकर निशाना साधा और उन पर आरएसएस-भाजपा की भाषा बोलने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी के वफादार टैगोर ने कहा कि आरएसएस और भाजपा चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी में गांधी परिवार नेतृत्व की स्थिति से बाहर हो जाएं, जिससे वो भारत के विचार को नष्ट करने में सफल हो सकें।
टैगोर ने ट्विटर पर कहा, "आरएसएस और बीजेपी नेहरू-गांधी को नेतृत्व से बाहर क्यों करना चाहते हैं? क्योंकि गांधी के नेतृत्व के बिना कांग्रेस जनता पार्टी बन जाएगी। कांग्रेस को मारना आसान है तो भारत के विचार को नष्ट करना आसान है।" उन्होंने कहा, "कपिल सिब्बल यह जानते हैं लेकिन वह आरएसएस/भाजपा की भाषा क्यों बोल रहे हैं।"
गौरतलब है कि सिब्बल ने कहा है कि गांधी परिवार को अलग हटकर किसी और नेता को पार्टी का नेतृत्व करने का मौका देना चाहिए। सिब्बल ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक साक्षात्कार में कहा, "नेतृत्व कोयल की धरती पर है... मुझे 'सब की कांग्रेस' चाहिए। कुछ 'घर की कांग्रेस' चाहते हैं।"सिब्बल की यह टिप्पणी रविवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद आई थी।
दरअसल विधानसभा चुनावों में करारी शिकस्त का सामना करने के बाद कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने बैठक की। इस बैठक में कांग्रेस आलाकमान से नाखुश कई नेताओं ने सांगठनिक बदलाव की मांग की। हालांकि बैठक के पहले झारखंड की कांग्रेस इकाई ने सोनिया-राहुल के समर्थन में प्रस्ताव पास किया और तय हुआ कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ही बनी रहेंगी।