केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उस पर भारत के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक तानेबाने को खतरे में डालने का आरोप लगाया।
विजयन ने आरोप लगाया कि देश की धर्मनिरपेक्षता को खतरे में डालने के भाजपा नीत केंद्र सरकार के बार-बार उठाए गए कदमों के परिणामस्वरूप लोगों का एक बड़ा वर्ग इस बात को लेकर चिंतित है कि क्या वह आगे इस देश में रह सकते हैं। उनके अनुसार, यह लोग दशकों से भारत में रह रहे हैं।
उन्होंने दावा किया, ‘‘देश में करोड़ों लोग डर और आशंका में जी रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों का विश्व समुदाय के सामने भारत की लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष देश होने की छवि पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है।
विजयन ने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र और एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसे संगठनों के साथ ही अमेरिका और जर्मनी जैसे देश भारत में हाल में हुए कुछ घटनाक्रम की आलोचना कर रहे हैं और यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या यहां लोकतांत्रिक तरीकों का पालन किया जा रहा है।’’
कई देशों और विश्व संगठनों ने शराब नीति घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के साथ ही विवादित नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के क्रियान्वयन को लेकर हाल में भारत की आलोचना की है।