संयुक्त किसान मोर्चा ने गुरुवार को सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव को 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए एक भाजपा कार्यकर्ता के परिवार से मिलनेकी वजह से एक महीने के लिए निलंबित कर दिया।यादव संगठन की कोर कमेटी के सदस्य रहे हैं।
एक वरिष्ठ किसान नेता ने कहा कि एसकेएम की आम सभा की बैठक में यह निर्णय लिया गया, जो केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही है।
उन्होंने कहा, "अपनी बैठक में एसकेएम ने योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया क्योंकि वह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में मारे गए एक भाजपा कार्यकर्ता के परिवार से मिलने गए थे।"
मृतक भाजपा कार्यकर्ता के घर वालों से मिलने के बाद यादव ने ट्वीट भी किया था कि शहीद किसान श्रद्धांजलि सभा से वापिसी में बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर गए। परिवार ने हम पर गुस्सा नही किया। बस दुखी मन से सवाल पूछे: क्या हम किसान नहीं? हमारे बेटे का क्या कसूर था? आपके साथी ने एक्शन रिएक्शन वाली बात क्यों कही? उनके सवाल कान में गूंज रहे हैं!
वहीं किसान नेता ने आगे कहा, "वह (यादव) संयुक्त किसान मोर्चा की बैठकों और अन्य गतिविधियों में भाग नहीं ले सकते।" यादव गुरुवार को एसकेएम की आम सभा की बैठक में शामिल हुए थे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को आठ लोगों की मौत हो गई थी। आठ पीड़ितों में से चार किसान थे, जिन्हें कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को ले जा रहे एक वाहन ने टक्कर मार दी थी। गुस्साए किसानों ने तब कथित तौर पर कुछ लोगों की पिटाई कर दी थी जिनसे उनकी मौत हो गई। अन्य मृतकों में भाजपा के दो कार्यकर्ता और उनका चालक शामिल है।