कई वामपंथी छात्र संघों और मानवाधिकार संगठनों ने पड़ोसी देश बांग्लादेश में आरक्षण व्यवस्था के खिलाफ जारी प्रदर्शन के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए शुक्रवार को कोलकाता में स्थित बांग्लादेश के उपउच्चायोग के पास विरोध मार्च निकाला।
महिलाओं सहित सैकड़ों कार्यकर्ता ललित कला अकादमी के पास एकत्र हुए और बांग्लादेश उप उच्चायोग की ओर बढ़ने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने एक्साइड क्रॉसिंग के पास बैरिकेड लगाकर उन्हें पहले ही रोक दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘प्रदर्शनकारियों में न केवल छात्र बल्कि मानवाधिकार संगठनों के सदस्य भी शामिल थे। कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लालबाजार पुलिस मुख्यालय ले जाया गया।’’
बांग्लादेश में पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले दागे। राजधानी ढाका में शुक्रवार को सभी सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया। सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर कई दिनों तक चली घातक झड़पों के बाद इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गईं थीं।
स्थानीय मीडिया के अनुसार प्रदर्शनकारी छात्रों द्वारा देश में ‘पूर्ण बंद’ लागू करने के प्रयास में 22 लोगों की मौत हो चुकी है।