महाराष्ट्र में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पुणे से पूर्व विधायक रविंद्र धंगेकर ने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया है। रविंद्र धंगेकर आज शाम 7 बजे एकनाथ शिंदे से मुलाकात करेंगे। वह एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो सकते हैं।
पिछले कुछ महीनों से अटकलें लगाई जा रही थीं कि वर्ष 2023 में महाराष्ट्र के पुणे जिले की कसबा विधानसभा सीट पर उपचुनाव जीतने वाले धंगेकर सत्तारूढ़ शिवसेना में शामिल हो सकते हैं।
उन्होंने कहा, 'मुझे एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जाना जाता है जो पिछले 30 वर्षों से पुणे के आम लोगों के लिए लड़ रहा है। इसलिए मैं उस पार्टी के बारे में सोचने जा रहा हूं जो पुणे के लोगों के लिए लड़ते हुए मुझे ताकत देगी, इस संबंध में हम आज शाम विस्तार से बात करेंगे।'
चर्चा में एकनाथ शिंदे
हाल ही में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लाडकी बहिन योजना को लेकर बड़ी खुशखबरी दी थी। शिंदे ने कहा था कि 10 मार्च को राज्य का बजट पेश किया जाएगा और इस बजट में लाडकी बहिन योजना के लिए मौजूदा राशि 1500 से बढ़ाकर 2100 रुपये प्रतिमाह किया जा सकता है। उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि हमने चुनाव में राज्य की लाडकी बहिन से 2100 रुपये प्रति माह देने का वादा किया था और हम उस वादे को जरूर निभाएंगे। इसके साथ ही महाविकास आघाड़ी के नेताओ पर तंज करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा था कि लाडली बहनों ने चुनाव में हमें भर-भरकर वोट दिया है और सौतेले भाइयों को घर मैं बैठा दिया है।
लाडकी बहन योजना को लेकर एकनाथ शिंदे ने कहा था कि मैं मुख्यमंत्री था तो मेरे कार्यकाल में मुख्यमंत्री लाडकी बहिन योजना की शुरुआत की गई। तत्कालीन दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित दादा पवार के साथ मिलकर हमने ये बड़ा फैसला लिया था और इससे खुश होकर लाडली बहनों ने भी विधानसभा के चुनाव में महायुति सरकार को भर-भर कर वोट किया। इसीलिए अब हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। हमें सभी लाडली बहनों को आत्म सम्मान देना है और आत्मनिर्भर बनाना है और यह हमारी जिम्मेदारी है।