पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में रामनवमी पर आयोजित कार्यक्रमों के दौरान हिंसा भड़कायी। उन्होंने दावा किया कि मुर्शिदाबाद जिले में हिंसा ‘‘पूर्व नियोजित’’ थी और उन्होंने भाजपा पर लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इसे अंजाम देने का आरोप लगाया।
पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद जिले के शक्तिपुर में बुधवार शाम को रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हुए विस्फोट में एक महिला घायल हो गई। ममता ने रायगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘सब कुछ पूर्व नियोजित था। रामनवमी से एक दिन पहले मुर्शिदाबाद के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) को हटा दिया गया ताकि आप (भाजपा) हिंसा कर सकें।’’
मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि भाजपा से जुड़े गुंडों ने जिले में पुलिस कर्मियों से मारपीट की। इस बीच, भाजपा ने आरोप लगाया कि जिले के रेजीनगर इलाके में रामनवमी के मौके पर निकाली शोभायात्रा में पथराव किया गया था।
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने गुरुवार को भारत के चुनाव आयोग के समक्ष राज्यपाल सीवी आनंद बोस के चल रहे लोकसभा चुनाव में कथित "अवैध हस्तक्षेप" के बारे में चिंता जताई। शिकायत में बोस पर मतदान के दिनों में, विशेष रूप से 18, 19 अप्रैल को "शांत अवधि" के दौरान मतदान क्षेत्रों का दौरा करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी ने राज्यपाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इससे पहले 22 मार्च को पार्टी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बोस पर आम चुनावों में “अवैध रूप से हस्तक्षेप” करने और चुनाव आयोग के समान “समानांतर कार्यालय” स्थापित करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया था।