बिहार में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विधानसभा के तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव में दोपहर पांच बजे तक 56.2 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। वहीं, पूर्णिया जिले के धमदाहा विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र पर कतार में लगे मतदाताओं को शारीरिक दूरी बनाने के लिए कहने पर असामाजिक तत्व केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों से मारपीट करने लगे, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जवानों को हवा में गोली चलानी पड़ी। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है । पुलिस ने चार असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया है।
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि जिले के धमदाहा विधानसभा क्षेत्र में कृत्यानंद नगर थाने के अलीनगर बूथ संख्या 282 पर सीआईएसएफ के जवानों ने मतदान के लिए आए लोगों को कतार में शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए कहा तो इससे कुछ लोग उत्तेजित हो गए और और जवानों के साथ मारपीट शुरू कर दी। बाद में वहां पर मौजूद सीआईएसएफ के अन्य जवानों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आसमान में गोलियां चलाई। घटना की सूचना मिलते ही पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि इस मामले में चार असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया गया है । घटना के बाद इस मतदान केंद्र पर वोटिंग का काम शांतिपूर्वक चल रहा है ।
राज्य निर्वाचन कार्यालय ने बताया कि अपराह्न तीन बजे तक इन 78 विधानसभा सीट के लिए 45 प्रतिशत से ज्यादा मतदान कर चुके हैं। इस दौरान सुपौल जिले में सबसे अधिक 51.12 प्रतिशत जबकि दरभंगा जिले में सबसे कम 41.15 प्रतिशत वोटिंग हुई है। वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए 45.58 प्रतिशत लोग वोट कर चुके हैं।
पश्चिम चंपारण जिले में 45.58 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 47.46, सीतामढ़ी में 44.65, मधुबनी में 44.96, सुपौल में 51.12, अररिया में 43.22, किशनगंज में 47.55, पूर्णिया में 46.09, कटिहार में 43.11, मधेपुरा में 46.33, सहरसा में 48.98, दरभंगा में 41.15, मुजफ्फरपुर में 48.43, वैशाली में 46.34 और समस्तीपुर में 45.05 प्रतिशत मत पड़े हैं।
इस बीच अररिया के जिलाधिकारी प्रशांत कुमार ने जोकीहाट से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार सरफराज आलम पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि आलम अपने कोट पर अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह का बैच लगाकर मतदान केंद्र पर पहुंचे थे, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। इस आरोप में आलम पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
इस बीच पूर्व सांसद एवं सहरसा से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की उम्मीदवार लवली आनंद ने मतदान केंद्र संख्या 209 जाकर वोट डाला। मतदान करने के बाद उन्होंने कहा, “शासन और प्रशासन मिलकर मतदान को बाधित कर रहे हैं। जहां सात बजे से मतदान होना था वहां नौ बजे शुरू किया गया। मतदाताओं को परेशान किया जा रहा है। हम चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करेंगे।” वहीं, दरभंगा के सिरनिया गांव में लोगों ने विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए एक अस्थायी पुल का निर्माण किया है ताकि अधिक से अधिक लोग मतदान करने जा सकें।
नालंदा जिले के हिलसा विधानसभा क्षेत्र के तीन मतदान पुर्नमतदान भी हो रहा। इस विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 52, 52 (क) और 55 पर पुर्नमतदान कराया जा रहा है। हिलसा में तीन नवंबर को मतदान संपन्न होने के बाद मतपेटियों को स्ट्रॉन्ग रूम में जमा कराने लिये ले जाया जा रहा था, इसी दौरान दुर्घटना के कारण तीन मतदान केन्द्रों की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पानी में गिर गई। इसकी सूचना आयोग को तुरंत दे दी गयी थी। आयोग ने इसके बाद पुर्नमतदान कराने का आदेश दिया।
पंद्रह जिलों के कई मतदान केंद्र पर सुबह से ही मतदाताओं की कतारें लग गई। ग्रामीण इलाकों में सुबह-सुबह मतदान करने के इच्छुक मतदाताओं की कतारें ज्यादा लंबी देखी गईं। सभी विधानसभा क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। सभी मतदान केन्द्रों पर अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गयी है। इसके साथ ही घुड़सवार दस्ते और हेलिकॉपटर के जरिये उपद्रवियों पर नजर रखी जायेगी। आपात स्थिति के लिये विशेष हेलिकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं।कोरोना काल में हो रहे देश के पहले बड़े चुनाव में मतदाताओं और मतदानकर्मियों के संक्रमण से बचाव के लिए भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं। सभी मतदान केंद्रों पर सैनिटाइजर, ग्लव्स और मास्क की व्यवस्था की गई है। मतदान केंद्र के अंदर प्रवेश करने से पहले सभी मतदाताओं की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है।