नेताओं ने अपने खास लोगों को यह विशेष निर्देश दे रखे हैं कि वे उनके आसापास होने वाली हर हरकत पर पैनी निगाह रखें। किसी ऐसे आदमी को आसपास न फटकने दें जो उनके कोई राज जगजाहिर कर दे।
नेता जी की कोई स्टिंग न कर दे, उनकी कोई रणनीति किसी दुश्मन नेता के हाथ न लग जाए, कोई उनके मुंह से निकली उनकी कोई अंदर की बात टेप न कर ले। कोई उनका ऐसा वैसा फोटो न खींच ले। ये बातें उन्हें हमेशा परेशान किए रहती हैं। आसपास के खास लोगों के मोबाइल फोन पर भी उनकी खास निगाह रहती है। कोई विशेष बात कर रहे हों, तो खासे चौकन्ने हो जाते हैं। खास कर नेताओं को अभी स्टिंग की खासी चिंता सता रही है। उनके बीच विरोधी खेमे का कोई भेदिया न आ घुसा हो, इसलिए आस पास के हर आदमी पर उनकी पैनी निगाह लगी रहती है। उन्हें यह आशंका घेरे रहती है कि कहीं उनके प्रतिद्वंदियों के जासूस घात लगा कर न बैठे हों। कोई उनकी हर हरकत पर नजर न रख रहा हो। एक नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा- आलाकमान का खास निर्देश है कि सचेत रहें। कहीं कुछ ऐसा विवाद न खड़ा हो जाए। बोलते समय संयम बनाए रखें, यह ध्यान रखें कि बोलने की रौ में कुछ गलत न निकल जाए। उनकी कोई हरकत पार्टी का और उनका खेल न बिगाड़ दे। मीडिया चाहे जितना भी हाथ पांव मार ले, नेता जी उन्हें अपनी खास बातों की भनक तक नहीं लगने देते।
चुनाव का मौका है, छोटी छोटी बात तूल पकड़ सकती है, सारा किया चौपट हो सकता है। सभी नेताओं को यह एहसास है कि वे अपनी खास रणनीति, खास बातचीत, व्यवहार के लीक होने का जोखिम नहीं उठा सकते। उन्होंने वे सारे उपाय किए हैं ताकि मीडिया उनकी किसी बात का बतंगड़ न बना सके।