9 नवंबर को हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं। भाजपा ने प्रेम कुमार धूमल को हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री कैंडिडेट घोषित किया है। कांग्रेस के वीरभद्र सिंह से पहले प्रेम कुमार धूमल राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, धूमल भाजपा की तरफ से सीएम पद के चेहरे होंगे।
BJP announces Prem Kumar Dhumal as the party's CM candidate for #HimachalPradesh pic.twitter.com/pFdr0564gJ
— ANI (@ANI) October 31, 2017
धूमल के नाम का ऐलान करते हुए अमित शाह ने कहा कि पूरे देश में बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है लेकिन अब सब लोग कह रहे हैं कि आखिर हिमाचल में बीजेपी किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है तो मैं ऐलान करता हूं कि बीजेपी प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में चुनाव में उतर रही है।
भारतीय जनता पार्टी, हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव श्री @DhumalHP जी के नेतृत्व में लड़ेगी। pic.twitter.com/q9rimw5xDV
— Amit Shah (@AmitShah) October 31, 2017
बीजेपी उम्मीदवार के नाम का ऐलान करते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, 'मुझे विश्वास हैं कि प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।' BJP के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार धूमल इस बार अपनी पारंपरिक सीट हमीरपुर की बजाए सुजानपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। इस घोषणा के साथ ही प्रदेश में पार्टी की पसंद के बारे में इस शीर्ष पद के लिये जारी अटकलों पर विराम लग गया है।
प्रेम कुमार धूमल वर्ष 1998-2003, 2007-2012 तक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। साथ ही प्रदेशाध्यक्ष के रूप में बीजेपी की कमान भी संभाल चुके हैं। इससे पहले वह पार्टी के गढ़ हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं।
वहीं बीजेपी उम्मीदवार के सामने कांग्रेस के रजिंदर राणा चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। राणा पहले बीजेपी इकाई का हिस्सा थे, लेकिन लोकसभा चुनाव के वक्त उन्होंने पार्टी का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया था।
प्रेम कुमार धूमल हिमाचल की सुजानपुर सीट से चुनावी मैदान में हैं। कांग्रेस के रजिंदर राणा, बसपा के प्रवीण ठाकुर और माकपा के जोगिंदर कुमार ठाकुर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा और प्रेम कुमार धूमल के बीच सीएम कैंडिडेट को लेकर दावेदारी मानी जा रही थी। नड्डा भी हिमाचल की राजनीति से ही आते हैं। हिमाचल प्रदेश में एम्स लाने के पीछे जेपी नड्डा का ही योगदान माना जा रहा है लेकिन अब भाजपा ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि वह मुख्यमंत्री के रूप में अपने पुराने चेहरे के साथ ही आगे जाएगी।
9 नवंबर को होने वाले चुनाव में मतदाताओं का रुख किस ओर होता है, यह तो वक्त ही बताएगा।