भाषा के अनुसार मायावती ने यह बात उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक चुनावी जनसभा में कहा। उन्होंने कहा, भाजपा में इस बार जो टिकट दिये गये, उनके मूल कैडर को नहीं बल्कि ऐसे लोगों को दिये गये जो दूसरी पार्टियों को छोड़ उनकी पार्टी में गये हैं। अब भाजपा उत्तर प्रदेश में नंबर वन की दागी व बागी लोगों की पार्टी है जिसके चलते इस चुनाव में भाजपा के मूल कैडर के लोग उसे सबक सिखाएंगे।
मायावती ने दावा किया कि इस चुनाव में बसपा की अकेले ही पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में भाजपा और उसकी केन्द्र की सरकार ने अपने लोकसभा चुनावी वायदों का अब तक एक चौथाई कार्य भी पूरा नहीं किया है और जनता का ध्यान बांटने के लिए किस्म-किस्म की नाटकबाजी की है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा आरएसएस के एजेंडे पर चलकर आरक्षण को खत्म करने या उसे निष्प्रभावी बनाने की कोशिश में लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि बसपा की अनेक जनहित की योजनाओं को वर्तमान सपा सरकार ने बहुत चालाकी से केवल उनका नाम बदलकर चलाया हुआ है।
मायावती ने कहा कि अन्य वर्गों के साथ-साथ बसपा का अपना दलित बेस वोट पूरी तरह एकजुट है और बडी संख्या में मुस्लिम समाज का वोट जुड़ जाने से भाजपा को इसका जबर्दस्त नुकसान पहुंचेगा।
उन्होंने कहा कि बसपा की सरकार बनने पर सपा के भ्रष्टाचार, अराजकता, जंगलराज का खात्मा होगा और आपराधिक तत्व जेल की सलाखों के पीछे भेजे जाएंगे ताकि प्रदेश में बहन बेटियां किसी भी जरूरी कार्य से दिन छिपने के बाद भी बाहर आ जा सकें।
बसपा सुप्रीमो ने नोटबंदी को राजनीतिक स्वार्थ के लिए लिया गया फैसला करार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा के चुनावी वायदों से जनता का ध्यान बंटाने के लिए यह फैसला किया है। केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने पर सौ दिन में विदेश से काला धन वापस लाकर हर गरीब परिवार के गरीब सदस्य को 15 से 20 लाख रुपये के हिसाब से दे दिया जाएगा।
पूर्वांचल को पृथक राज्य बनाने की फिर से वकालत करते हुए मायावती ने कहा कि सपा, कांग्रेस और भाजपा इसका विरोध करती हैं।
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