देश के पांच राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में हुए विधानसभा चुनावों को 2019 के लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल कहा गया। अब इन इन पांचों राज्यों के चुनाव नतीजों में गजब की उलट-फेर देखने को मिली है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सत्तारुढ़ भाजपा को कांग्रेस ने कुर्सी से दूर कर दिया। वहीं तेलंगाना में जनता ने टीआरएस पर और मिजोरम में एमएनएफ पर भरोसा जताया है।
आइए नजर डालते हैं पांचों राज्यों के चुनाव परिणाम पर-
राजस्थान में कांग्रेस ने दी भाजपा को शिकस्त
राजस्थान में कांग्रेस ने सत्तासीन भाजपा को सिंहासन से उतार दिया है। राज्य की 200 में से 199 सीटों पर मतदान हुआ था। देर रात तक घोषित परिणामों में कांग्रेस ने 99 सीटें जीती है। भाजपा को 73 सीटों पर जीत मिली है। वहीं बसपा छह, माकपा दो सीटों पर जीती है। 12 सीटों पर निर्दलीय व छह पर अन्य विजयी रहे हैं।
राजस्थान |
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200 निर्वाचन क्षेत्रों में से 199 की स्थिति |
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दल का नाम |
विजयी |
कुल |
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इंडियन नेशनल कांग्रेस |
99 |
99 |
|
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट) |
2 |
2 |
|
बहुजन समाज पार्टी |
6 |
6 |
|
भारतीय जनता पार्टी |
73 |
73 |
|
भारतीय ट्रायबल पार्टी |
2 |
2 |
|
राष्ट्रीय लोक दल |
1 |
1 |
|
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी |
3 |
3 |
|
निर्दलीय |
13 |
13 |
|
कुल |
199 |
199 |
पार्टी की पराजय के बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपना इस्तीफा मंगलवार रात राज्यपाल कल्याण सिंह को सौंप दिया। वहीं कांग्रेस विधायक दल की बुधवार को यहां बैठक होगी जिसमें विधायक दल नेता सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी। पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री पद पर अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान करेगा, लेकिन इस बारे में आज फैसला होने की पूरी संभावना है।
इस चुनाव में कांग्रेस को 39.3 फीसदी और भाजपा को 38.8 फीसदी मत मिले हैं।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने भाजपा को पछाड़ा लेकिन किसी को बहुमत नहीं
मध्य प्रदेश में 15 सालों से सत्ता पर बैठी भाजपा को कांग्रेस ने झटका दिया है। हालांकि यहां किसी भी दल को बहुमत नहीं मिल सका है लेकिन कांग्रेस बहुमत के लिए जरूरी 116 सीटों के बिल्कुल करीब है। ऐसे में अब निर्दलीयों, बसपा और सपा की भूमिका सरकार बनाने में अहम हो गई। यहां कांग्रेस को 114 सीटों पर जीत मिली है, जबकि बीजेपी सिर्फ 109 सीटों ही अपने पाले में कर पाई। प्रदेश की इन दोनों प्रमुख पार्टियों के अलावा समाजवादी पार्टी (सपा) को एक सीट मिली है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) 2 सीटों पर तो 4 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे।
मध्य प्रदेश |
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230 निर्वाचन क्षेत्रों में से 230 की स्थिति |
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दल का नाम |
विजयी |
कुल |
|
इंडियन नेशनल कांग्रेस |
114 |
114 |
|
बहुजन समाज पार्टी |
2 |
2 |
|
भारतीय जनता पार्टी |
109 |
109 |
|
समाजवादी पार्टी |
1 |
1 |
|
निर्दलीय |
4 |
4 |
|
कुल |
230 |
230 |
वोट शेयर की बात करें तो इस चुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत करीब आठ फीसदी बढ़ा है। उसे लगभग 41 प्रतिशत वोट मिले हैं, वहीं बीजेपी को भी 41 फीसदी से थोड़ा अधिक वोट मिला।
छत्तीसगढ़ में लहराया पंजा, भाजपा का सुपड़ा साफ
15 सालों से छत्तीसगढ़ की बागडोर संभाल रहे रमन सिंह की सरकार का कांग्रेस ने पूरा सफाया कर दिया है। लिहाजा नतीजों के बाद रमन सिंह ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा भी कर दी।
90 सीटों वाले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 68 सीटों पर कब्जा जमाया है जबकि भाजपा सिर्फ 15 सीटों पर सिमट कर रह गई है। बहुजम समाज पार्टी ने 2 सीटों पर सफलता हासिल की है। जबकि अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने 5 सीटों पर जीत हासिल की है।
छत्तीसगढ़ |
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90 निर्वाचन क्षेत्रों में से 90 की स्थिति |
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दल का नाम |
विजयी |
कुल |
|
इंडियन नेशनल कांग्रेस |
68 |
68 |
|
बहुजन समाज पार्टी |
2 |
2 |
|
भारतीय जनता पार्टी |
15 |
15 |
|
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) |
5 |
5 |
|
कुल |
90 |
90 |
वोट शेयर की बात करें तो यहां भाजपा को 33 फीसदी मत मिले हैं तो कांग्रेस ने 43 फीसदी वोटों के साथ जीत हासिल की है। जनता कांग्रेस 7.6 फीसदी वोट पाने में कामयाब रही वहीं बसपा के हिस्से में 3.9 फीसदी मत आए हैं।
तेलंगाना में फिर केसीआर
तेलंगाना विधानसभा चुनाव में चंद्रशेखर राव की पार्टी टीआरएस ने 88 सीटों के साथ दो तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में दूसरी बार वापसी की है। वहीं, कांग्रेस को 19, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को 7 और टीडीपी को 2, भाजपा को 1 अन्य को 2 सीटें मिली हैं।
तेलंगाना |
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119 निर्वाचन क्षेत्रों में से 119 की स्थिति |
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दल का नाम |
विजयी |
कुल |
|
इंडियन नेशनल कांग्रेस |
19 |
19 |
|
भारतीय जनता पार्टी |
1 |
1 |
|
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन |
7 |
7 |
|
तेलुगु देशम |
2 |
2 |
|
तेलंगाना राष्ट्रीय समिति |
88 |
88 |
|
ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक |
1 |
1 |
|
निर्दलीय |
1 |
1 |
|
कुल |
119 |
119 |
यहां टीआरएस को 46.9 फीसदी मत मिले हैं। जबकि कांग्रेस 28.4 फीसदी वोट हासिल करने में कामयाब रही है। वहीं भाजपा ने यहां 7 फीसदी मत प्राप्त किया है।
मिजोरम में कांग्रेस ने खोई सत्ता, एमएनएफ की जोरदार वापसी
मिजोरम की 40 सदस्यीय विधानसभा में 26 सीटें जीतकर मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने एक दशक बाद यहां सत्ता में वापसी की है। इसके साथ ही कांग्रेस पूर्वोत्तर में अपना अंतिम गढ़ भी हार गई। साल 2013 विधानसभा चुनाव में एमएनएफ को केवल पांच सीटें प्राप्त हुई थीं, जबकि कांग्रेस ने यहां 34 सीटों पर जीत दर्ज कराई थी।
इस बार सत्तारूढ़ कांग्रेस यहां केवल 5 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी है। भाजपा ने यहां तुइचावंग सीट पर जीत दर्ज कर राज्य में अपना खाता खोला है।
मिजोरम |
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40 निर्वाचन क्षेत्रों में से 40 की स्थिति |
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दल का नाम |
विजयी |
कुल |
|
इंडियन नेशनल कांग्रेस |
5 |
5 |
|
भारतीय जनता पार्टी |
1 |
1 |
|
मिजो नेशनल फ्रंट |
26 |
26 |
|
निर्दलीय |
8 |
8 |
|
कुल |
40 |
40 |
वोट हिस्सेदारी की बात करें तो यहां एमएनएफ के खाते में 37.6 फीसदी, कांग्रेस के खाते में 30.2 फीसदी तो भाजपा के खाते में 8 फीसदी मत गए हैं।