देश के अलग-अलग कोनों में हुए लोकसभा की दो सीटों और चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों के लिए हुए उप-चुनावों के नतीजे सामने आ गए हैं। ये देश के अलग-अलग हिस्सों का राजनीतिक तापमान बता रहे हैं।
एक तरफ इनसे जहां यह संकेत मिला है कि पूर्वोत्तर में कांग्रेस के लिए संकट है, वहीं मध्यप्रदेश में उसने सुधार दिखाया है। रतलाम सीट आखिरकार कांग्रेस ने भाजपा से जीत ली। इसका असर राज्य में दोबारा खड़ी होने की कोशिश कर रही कांग्रेस पर पड़ेगा। यह सीट कांग्रेस के लिए खासी अहम मानी जाती रही है। मणिपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा ने बाजी मारकर दिखाया कि उत्तर पूर्व में वह बढ़त बना रही है। दो लोकसभा सीटों के उपचुनावों में से एक कांग्रेस ने जीती और दूसरे में तेलंगाना के वारंगल में टीआरएस ने निर्णायक बढ़त बनाई हुई है।
मध्यप्रदेश में देवास विधानसभा और झाबुआ-रतलाम लोकसभा उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस को जीत मिली। कांग्रेस ने झाबुआ रतलाम लोकसभा सीट भाजपा से छीन ली। इसने मध्यप्रदेश में लंबे समय से अपनी स्थिति सुधारने के लिए प्रयासरत कांग्रेस को राहत मिली। वहीं, देवास विधानसभा सीट पर भाजपा ने अपना कब्जा बनाए रखा है। देवास में भाजपा उम्मीदवार गायत्री पंवार ने कांग्रेस के जयप्रकाश शास्त्री को 30, 778 वोट से हरा दिया है। वहीं, झाबुआ-रतलाम सीट पर कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया ने भाजपा की निर्मला भूरिया पर 73, 465 वोट से जीत दर्ज की है। कांतिलाल पहले भी यहां से चार बार सांसद रह चुके हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी के दिलीपसिंह भूरिया ने हराया था।
उधर, मणिपुर में भाजपा जीती और इससे भाजपा के मंसूबे बुलंद हुए हैं। मिजोरम में कांग्रेस ने जीत हासिल की है। मिजोरम के स्वास्थ्य लाल थेंजारा वोटों के बड़े अंतर से जीत गए। उन्होंने भाजपा नेतृत्व वाले राजग के उम्मीदवार को हराया। मेघालय की नोनगस्तान विधानसभा सीट पर मुख्य विपक्षी दल हिल स्टेट डेमोक्रेटिक पार्टी (एसएसपीडीपी) ने अपना कब्जा बरकरार रखा है। उन्होंने कांग्रस को हराया है।