दिल्ली में चुनावी समर की तस्वीर अब साफ हो गई है। इस बार दिल्ली की सभी सातों सीटों पर चुनाव अत्यंत रोचक होने जा रहा है। पिछले चुनाव में सभी सीटें जीतने वाली भाजपा ने खेल और फिल्म जगत के सितारों को उतारकर साफ कर दिया है कि वह इस बार भी पहले जैसा प्रदर्शन दोहराने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। हालांकि उसने सात में से पांच मौजूदा सांसदों को टिकट की है। भले ही आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन को लेकर लंबे समय से चल रहा सस्पेंस दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही खत्म हो गया। पिछले विधानसभा चुनाव में सूपड़ा साफ करने वाली आप भी मौजूदा चुनाव में पूरा जोर लगाएगी जबकि कांग्रेस अपनी खोई जमीन पाने के लिए भरसक प्रयास करेगी। इसी क्रम में उसने बॉक्सर चैंपियन विजेन्द्र सिंह को दक्षिणी सीट से मैदान में उतारने का फैसला किया है।
उत्तर-पूर्व दिल्ली
इस सीट पर सबसे दिलचस्प मुकाबला होने जा रहा है। यहां से भाजपा ने भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता और प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को फिर से प्रत्याशी बनाया है। उन्होंने यहां से 2014 में भी चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार की बड़ी आबादी वाले इस लोकसभा क्षेत्र में तिवारी लगातार सक्रिय रहे और चर्चाओं में बने रहे। लेकिन उन्हें दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी शीला दीक्षित से चुनौती मिलेगी। कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी बनाकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया है। दीक्षित मूल रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश की ही रहने वाली है। आप की ओर से इस सीट से दिलीप पांडे प्रत्याशी होंगे।
नई दिल्ली
वीआइपी इलाके वाले इस चुनाव क्षेत्र में भी भाजपा ने अपनी मौजूदा सांसद मीनाक्षी लेखी को उम्मीदवार बनाया है। खास बात यह है कि इस क्षेत्र से भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और फिल्म स्टार राजेश खन्ना भी यहां से चुनाव लड़ चुके हैं। मीनाक्षी लेखी का मुकाबला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन से होगा। आप ने ब्रजेश गोयल को अपना प्रत्याशी बनाया है। देखना दिलचस्प होगा कि मीनाक्षी लेखी अपनी यह सीट बचा पाती हैं या नहीं।
पूर्वी दिल्ली
दिल्ली की यह सीट इस वजह से खास होने जा रही है कि भाजपा ने यहां से पूर्व क्रिकेटर गौतल गंभीर को प्रत्याशी बनाया है। गंभीर को महेश गिरि की जगह खड़ा किया गया है। उनका मुकाबला कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली तथा आम आदमी पार्टी की आतिशी से होगा।
दक्षिण दिल्ली
दक्षिण दिल्ली चुनाव क्षेत्र से भी भाजपा ने अपने मौजूदा सांसद रमेश बिधूड़ी को दोबारा टिकट दिया है। कांग्रेस ने बॉक्सर चैंपियन विजेन्द्र सिंह को प्रत्याशी बनाकर मुकाबला कड़ा बना दिया है। विजेंद्र सिंह ने मंगलवार को पर्चा भरने से ही भाजपा के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखा दिए। उन्होंने कहा कि उन्हें कहीं भी मोदी लहर नजर नहीं आ रही है। लोगों को रोजगार चाहिए। जुमलों से पेट नहीं भरता है। इस सीट से आप ने राघव चड्ढा को मैदान में उतारा है।
दिल्ली पश्चिम
पश्चिमी दिल्ली सीट से भाजपा ने प्रवेश वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। प्रवेश वर्मा यहां से मौजूदा सांसद हैं। उनके मुकाबले कांग्रेस ने पूर्व सांसद महाबल मिश्रा को टिकट दिया। पूर्वांचलियों के बीच महाबल की पकड़ है, इस कारण कांग्रेस ने उनको टिकट देकर एक बार फिर से विश्वास जताया। आप ने बी. एस जाखड़ को इस सीट से प्रत्याशी बनाया है।
चांदनी चौक
भाजपा ने यहां से अपने मौजूदा सांसद हर्षवर्धन पर भरोसा जताया है। इस सीट पर व्यापारी वर्ग का काफी असर रहता है। इसलिए पारंपरिक रूप से भाजपा का ज्यादा असर रहा है। व्यापारी वर्ग का प्रभाव देखते हुए कांग्रेस ने जयप्रकाश अग्रवाल को चांदनी चौक की टिकट दी। अग्रवाल के लिए यह पुराना क्षेत्र है। आप ने यहां से पंकज गुप्ता को टिकट दी है।
उत्तर-पश्चिम दिल्ली
इस सीट के प्रत्याशी को लेकर भाजपा के अंदर इतना ज्यादा मंथन किया गया कि आज सुबह तक संशय बना रहा। अंततः उसने यहां से सूफी गायक हंसराज ‘हंस’ को उम्मीदवार बना दिया। यहां से पिछली बार उदित राज भाजपा की टिकट पर सांसद बने थे। आरक्षित उत्तर पश्चिम सीट से टिकट न मिलने पर उदित राज ने भाजपा छोड़ने की घोषणा कर दी।