चुनाव आयोग ने त्रिपुरा वेस्ट लोकसभा सीट के 168 बूथ पर फिर से मतदान कराने का आदेश दिया है। अब 12 मई को फिर से मतदान कराया जाएगा।
चुनाव आयोग ने त्रिपुरा वेस्ट लोकसभा सीट के 168 बूथ पर खराब कानून व्यवस्था का हवाला देकर यहां हुए मतदान को शून्य करार दिया। इस सीट पर 11 अप्रैल को वोट डाले गए थे, अब 12 मई को सुबह 7 बजे से 5 बजे तक मतदान होगा।
चुनाव आयोग ने सभी भौतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखने के बाद लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 58 की उप-धारा (2) के तहत यहां के मतदान को शून्य घोषित किया और दोबारा मतदान कराने का निर्णय लिया। आयोग ने त्रिपुरा के मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर अपने फैसले की जानकारी दी। पत्र में कहा गया है कि त्रिपुरा के 29 विधानसभा क्षेत्रों के 168 मतदान केंद्रों पर हुआ मतदान रद्द कर वहां 12 मई को फिर से मतदान कराने का निर्णय लिया गया है।
चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि मतदान क्षेत्रों में व्यापक प्रचार किया जाए। इसने अधिकारी को राजनीतिक दलों और चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को ताजा मतदान के बारे में सूचित करने का भी निर्देश दिया
इन क्षेत्रों में होगी दोबारा वोटिंग
त्रिपुरा पश्चिम में विधानसभा क्षेत्रों में सिमना (एसटी), मोहनपुर, बामुतिया (एससी), बरजाला (एससी), खैरपुर, रामनगर, टाउन बोरदोवाली, माजलीपुर, मंडई बाजार, टकरावाला (एसटी), प्रतापगढ़ (एससी), बड़हरघाट (एससी), कमलासागर, बिशालगढ़, गोलघाटी, चारिलम, बॉक्सनगर, नलचर, सोनमुरा, धानपुर, बागमा (एसटी), राधाकृशोरपुर, माताबारी, काकराबन-सलगारह (एससी), राजनगर (एससी) और बेलोनिया शामिल हैं।
त्रिपुरा उन पांच राज्यों में शामिल, जहां सबसे ज्यादा हुआ था मतदान
चुनाव आयोग के अनुसार, 18 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों में 11 अप्रैल को संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान 69.43 प्रतिशत था। त्रिपुरा उन पांच राज्यों में शामिल था, जहां सबसे ज्यादा मतदान हुआ था। चुनाव आयोग ने कहा, "लक्षद्वीप में 84.96 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 83.79 प्रतिशत, त्रिपुरा में 83.26 प्रतिशत, नगालैंड में 83.12 प्रतिशत और मणिपुर में 82.82 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है।"
त्रिपुरा में दो संसदीय क्षेत्रों के लिए मतदान दो चरणों में 11 और 18 अप्रैल को आयोजित किया गया था। मतों की गिनती 23 मई को होगी।