हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार के कई मंत्री अपने चुनाव क्षेत्रों में पीछे चल रहे हैं। हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन नारनौद विधानसभा क्षेत्र में 9000 से ज्यादा वोटों से पीछे चल रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला टोहाना क्षेत्र से 25,000 से ज्यादा वोटों से हार रहे हैं।
राज्य के कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनकड़ बादली से 5000 वोटों से पिछड़ रहे हैं। भाजपा के तीन बड़े जाट नेता जाट बहुल क्षेत्रों में अपनी सीटों पर पिछड़ रहे हैं।
भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रही पहलवान बबिता फोगाट दादरी सीट से 1400 वोटों से पीछे चल रही हैं। उनके खिलाफ मैदान में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) से सतपाल सांगवान और कांग्रेस से नृपेंद्र सिंह सांगवान हैं। 2014 में इस सीट से इंडियन नेशनल लोकदल से राजदीप 1610 वोटों से जीते थे। भाजपा के प्रत्याशी और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी योगेश्वर दत्त और संदीप सिंह आगे चल रहे हैं।
राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पिछली बार करनाल से पहली बार चुने गए थे। इस बार वह यहीं से चुनाव लड़ रहे हैं। वे अपने सीट पर 28000 वोटों से आगे चल रहे हैं।
जबकि दो बार मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रमुख नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा अपनी रोहतक की मजबूत सीट सांपला-किलोई से 41000 वोटों की बढ़त बनाए हुए हैं।
अंबाला कैंट से पांच बार विधायक रह चुके और राज्य के मंत्री अनिल विज अपनी सीट पर 16000 वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं।
कांग्रेस के कुलदीप बिश्नोई आदमपुर सीट से भाजपा की सोनाली फोगाट से 26000 वोटों से आगे चल रहे हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला भी कैथल सीट से 4700 वोटों से आगे चल रहे हैं। वहां से भाजपा के लीला राम चुनाव लड़ रहे हैं।
जेजेपी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला अपनी सीट से 30000 वोटों से आगे चल रहे हैं। मतगणना के ट्रेंड के अनुसार भाजपा ग्रामीण क्षेत्रों के बजाय शहरी सीटों पर बेहतर प्रदर्शन कर रही है।