असम के नए मुख्यमंत्री के तौर पर हिमंत बिस्व सरमा ने सोमवार दोपहर 12 बजे शपथ ली। राज्यपाल जगदीश मुखी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे। सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल और फिर बाद में एनडीए विधायक दल का रविवार को नेता चुने जाने के बाद नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस (एनईडीए) के संयोजक हेमंत बिस्वा सरमा के असम का अगला मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन सदस्यीय केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में रविवार को यहां नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस बीच निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने राज्यपाल प्रो जगदीश मुखी से राजभवन में मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा।
असम विधानसभा चुनाव में भाजपा नीत गठबंधन के सत्ता में आने के बाद से श्री सोनोवाल और श्री सरमा दोनों ही मुख्यमंत्री पद की होड़ में थे।
सरमा ने 1996 में अपना राजनीतिक कैरियर शुरू किया था और पहली बार 2001 में जालुकबाड़ी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में असम गण परिषद के नेता भृगु फुकन को पराजित किया था। इसके बाद 2006, 2011 और 2016 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट पर अपनी जीत का सिलसिला बनाये रखा। इस बार 2021 का चुनाव भी यहीं से लड़ा और छठवीं बार जीत हासिल की।
उन्होंने मंत्री के रूप में असम शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, कृषि, योजना और विकास, पीडब्ल्यूडी और वित्त जैसे महत्वपूर्ण विभागों का दायित्व संभाला है।