आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। इस बारे में उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को प्रस्ताव भेजा है। इससे पहले केजरीवाल ने नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बुधवार सुबह अपने आवास पर बैठक की जिसमें उन्हें विधायक दल का नेता भी चुना गया।
उपराज्यपाल अनिल बैजल को औपचारिक रूप से केजरीवाल को विधायक दल का नेता चुने के बारे में जानकारी दी है। इसके बाद उपराज्यपाल केंद्रीय गृह मंत्रालय के जरिए राष्ट्रपति को इसकी सूचना देंगे। राष्ट्रपति विधायक दल के नेता को मुख्यमंत्री के तौर पर नियुक्ति वाली अधिसूचना जारी करेंगे। वहीं, सुबह केजरीवाल ने उपराज्यपाल से भी मुलाकात की। इस दौरान उनकी बैठक करीब 15 मिनट चली। अधिकारियों ने बताया, ‘‘केजरीवाल और उपराज्यपाल के बीच हुई बैठक में उन्होंने नयी सरकार के गठन को लेकर उपराज्यपाल से चर्चा की।’’
कैबिनेट में नहीं होगा कोई बदलावः सूत्र
केजरीवाल 16 फरवरी को लगातार तीसरी बार दिल्ली मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। सूत्रों के मुताबिक उनकी कैबिनेट में कोई बदलाव नहीं होगा यानी पुराने चेहरे ही दोबारा मंत्री पद की शपथ लेंगे। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के अलावा मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र पाल गौतम शपथ लेंगे। ये सभी विधायक पिछली सरकार में मंत्री थे।
रामलीला मैदान में होगा शपथ ग्रहण समारोह
शपथ ग्रहण कार्यक्रम दिल्ली के रामलीला मैदान में 16 फरवरी को सुबह 10 बजे से शुरू होगा। केजरीवाल के साथ ही सभी मंत्री भी शपथ लेंगे।बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप को 70 सीटों में से 62 सीटों पर शानदार जीत मिली है। वहीं बीजेपी को सिर्फ 8 सीटें मिली हैं और कांग्रेस को एक भी सीट नसीब नहीं हुई। आप की इस शानदार जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राकांपा नेता शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और द्रमुक के एम के स्टालिन समेत अन्य नेताओं ने केजरीवाल को बधाई दी। आप ने 62 सीटों पर जीत हासिल की और उसकी वोट हिस्सेदारी 53.57 प्रतिशत रही। भाजपा ने आठ सीटों पर जीत हासिल की और उसे 38.51 प्रतिशत वोट मिले। कांग्रेस का खाता नहीं खुला और उसकी वोट हिस्सेदारी 4.26 प्रतिशत रही।