चुनाव नतीजों के बाद लंबे सियासी नाटक पर विराम लग गया। बहुमत परीक्षण से पहले बीएस येदुरप्पा ने इस्तीफा दिया, इसी के साथ भाजपा की सरकार गिर गई। अब चुनाव जेडीएस के कुमारस्वामी कांग्रेस के समर्थन से मुख्यमंत्री बनेंगे।
जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला से मिले और सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल ने कुमारस्वामी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। कुमार स्वामी का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को होगा।
इस दौरान 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी के खिलाफ गठबंधन बनाने में जुटी कांग्रेस ने इस मौके के लिए कई दलों के नेताओं को बुलाया है। माना जा रहा है कि कुमारस्वामी का शपथ ग्रहण समारोह 2019 के महागठबंधन का मंच बनेगा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस ने कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में बसपा प्रमुख मायावती, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, सपा नेता अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, टीआरएस प्रमुख और तेलंगाना के सीएम केसीआर, आंध्र प्रदेश के सीएम और टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू, डीएमके नेताओं, राजद नेताओं सहित आरएलडी नेता अजित सिंह को बुलावा भेजा है।
बता दें कि कांग्रेस (78 सीटें) कर्नाटक में जेडीएस (37 सीटें) के मुकाबले करीब दोगुनी सीट लाकर भी सहयोगी की भूमिका में है। वहीं तीसरे नंबर वाली पार्टी जेडीएस किंग की भूमिका में है।
गौरतलब है कि सूबे में 104 सीट वाली भाजपा के बीएस येदुरप्पा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल ने येदुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया। कांग्रेस-जेडीएस राज्यपाल के निर्णय के खिलाफ आधी रात में सुप्रीम कोर्ट गए। सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल के फैसले को पलटते हुए 24 घंटे के भीतर बहुमत परीक्षण कराने की बात कही। इसके बाद जोड़तोड़ में लगी भाजपा सफल नहीं हुई और अंततः बीएस येदियुरप्पा को सदन में फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा देना पड़ा।