उत्तर प्रदेश के अमरोहा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार घोषित किए गए राशिद अल्वी ने अमरोहा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। इसे कांग्रेस के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। कांग्रेस ने अब अमरोहा से सचिन चौधरी को नया उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले कांग्रेस ने शनिवार रात उम्मीदवारों की अपनी लिस्ट में पश्चिमी यूपी की महत्वपूर्ण सीट अमरोहा सीट से राशिद अल्वी को प्रत्याशी बनाया था।
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अल्वी अमरोहा से चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक नहीं थे, जहां से भाजपा ने कंवर सिंह तंवर और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने दानिश अली को मैदान में उतारा है। दानिश अली हाल ही में जेडी(एस) से बीएसपी में शामिल हुए थे। कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता, अल्वी अमरोहा (1999-2004) से लोकसभा के सदस्य और आंध्र प्रदेश से दो बार के राज्यसभा सांसद रहे हैं।
इस वजह से नाराज चल रहे थे राशिद
हालांकि राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस की पहली सूची में नाम नहीं होने की वजह से राशिद अल्वी नाराज चल रहे थे। उनका नाम पार्टी की 8वीं सूची में आया था। इस लोकसभा चुनाव में ऐसा पहली बार हुआ है जब पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद किसी उम्मीदवार ने अपना नाम मैदान से वापस लिया है।
'निजी समस्याओं की वजह से मैं चुनाव नहीं लड़ पा रहा हूं'
मीडिया से बातचीत में राशिद अल्वी ने कहा, ‘मेरी कुछ निजी समस्याएं हैं जिनकी वजह से मैं चुनाव नहीं लड़ पा रहा हूं।' यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने अपने फैसले के बारे में कांग्रेस आलाकमान को सूचित कर दिया है तो उन्होंने कहा, ‘मैंने सूचित कर दिया है।' कांग्रेस ने अब अल्वी की जगह सचिन चौधरी को उम्मीदवार बनाया है।
लोकसभा चुनाव से पूर्व सचिन चौधरी ने अमरोहा लोकसभा क्षेत्र में हस्ताक्षर अभियान के जरिये अपनी सक्रियता बढ़ा दी थी। इस दौरान उन्होंने जिले में शौचालय घोटाला होने का आरोप लगाते हुए कलेक्ट्रेट पर कुछ दिन आमरण अनशन भी किया था। कांग्रेस के साथ ही वह यहां पर समाजवादी पार्टी के टिकट पर दावेदारी जता रहे थे, लेकिन सपा-बसपा गठबंधन के बाद जब अमरोहा सीट बसपा के खाते में चली गई तो वह कांग्रेस का टिकट हासिल करने की दौड़ में लग गए। कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौधरी सुखराज सिंह ने भी पार्टी हाईकमान को संभावित प्रत्याशियों में राशिद अल्वी और सचिन चौधरी का नाम भेजा था।
राशिद अल्वी मैनिफेस्टो कमेटी के चेयरमैन बनाए गए थे
कांग्रेस अध्यक्ष ने राशिद अल्वी को मैनिफेस्टो कमेटी का चेयरमैन बनाया है। इस कमेटी में कुल 10 सदस्य हैं। इनमें पूर्व मंत्री प्रदीप जैन, पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व एमपी बृजलाल खाबरी, पूर्व विधायक गजराज सिंह और हफीजुर्रहमान, पूर्व एमएलसी हरेंद्र अग्रवाल, रिसर्च विभाग के संयुक्त सचिव हर्षवर्धन श्याम, प्रदेश यूथ कांग्रेस (पूर्वी जोन) के अध्यक्ष नीरज त्रिपाठी और एनएसयूआई पश्चिम जोन के अध्यक्ष रोहित राणा शामिल हैं।
अमरोहा में 18 अप्रैल को चुनाव होना है
अमरोहा में उम्मीदवारों के नामांकन के लिए 26 मार्च आखिरी दिन है। अमरोहा में 18 अप्रैल को चुनाव होना है। इससे पहले कांग्रेस ने शनिवार रात उम्मीदवारों की अपनी लिस्ट में पश्चिमी यूपी की महत्वपूर्ण सीट अमरोहा सीट से राशिद अल्वी को प्रत्याशी बनाया था। इसे कांग्रेस का बड़ा दांव माना जा रहा था क्योंकि उनके सामने एसपी-बीएसपी के गठबंधन के प्रत्याशी दानिश अली मैदान पर थे। दानिश अली हाल ही में जेडी (एस) से बीएसपी में शामिल हुए थे।
एक के बाद एक कांग्रेस नेता नाराज
इन दिनों यूपी कांग्रेस के बड़े नेताओं की नाराजगी की खबर सुर्खियों में है। इससे पहले पूर्व केंद्री मंत्री जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने की खबर आई थी। भले ही जितिन प्रसाद ने बाद में इससे इनकार कर दिया हो लेकिन बताया जा रहा है कि जितिन प्रसाद इस बार अपनी परंपरागत सीट धौरहरा से चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे। अब चर्चा है कि वह लखनऊ लोकसभा सीट से केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ उतर सकते हैं।