Advertisement

मध्य प्रदेश चुनाव: भाजपा की कमान फिर शिवराज सिंह चौहान के हाथों में

कुछ ही महीनों बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा राजस्थान और छत्तीसगढ़ में किस के नेतृत्व में...
मध्य प्रदेश चुनाव: भाजपा की कमान फिर शिवराज सिंह चौहान के हाथों में

कुछ ही महीनों बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा राजस्थान और छत्तीसगढ़ में किस के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी भले ही साफ़ होने में थोड़ा वक़्त लग सकता है, पर मध्य प्रदेश में इसको लेकर कोई शंका नहीं है। यहाँ भाजपा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है। ठीक भाजपा की तरह ही, प्रदेश में कांग्रेस पार्टी कमलनाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ने जा रही है।

इस बात पर तस्दीक करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय कहते है कि हमारी पार्टी का चेहरा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही होंगे। पार्टी उन्हीं के नेतृत्व में अगला विधानसभा चुनाव लड़ेगी। जबलपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान विजयवर्गीय सीएम चेहरे को लेकर अपने नाम पर लगने वाले कयास पर बोलते है कि उन्हें भी अखबारों में छपी खबर से ही पता चलता है कि वह इस पद की रेस में हैं, जबकि, पार्टी में इसको लेकर एक स्पष्ट नीति है।

इस बीच मैदान में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 'अबकी बार 200 पार' के मिशन को लेकर जोर शोर के साथ काम शुरू कर चुकी है। भाजपा ने इसकी सबसे पहली शुरुआत छिंदवाड़ा से की है।  इसलिए क्योंकि यहाँ लोकसभा से लेकर नगर निगम और जिला-जनपद पंचायत तक कांग्रेस का कब्ज़ा है और इसलिए भी कि फिलहाल छिंदवाड़ा लोक सभा सीट का नेतृत्व नकुल नाथ करते है और प्रदेश में कांग्रेस पार्टी उनके पिता कमलनाथ के नेतृत्व में 2023 का चुनाव लड़ने जा रही है। कमलनाथ छिंदवाड़ा विधान सभा सीट से विधायक है।

आपको बता दें की 2019 के लोकसभा चुनाव में जब भाजपा ने प्रदेश में 29 में से 28 सीटें जीती थीं, तब छिंदवाड़ा ही एकमात्र ऐसी सीट थी जहां भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा को यह बात लगातार सालती है कि आखिर वह छिंदवाड़ा में अस्सी के दशक के बाद सिर्फ एक मौके को छोड़कर लगातार हारती रही है।

जानकारों का कहना है कि छिंदवाड़ा में आठ लाख से ज्यादा आदिवासी वोटर हैं, जिन्हें साधने की कोशिश में बीजेपी जुट चुकी है। विधानसभा क्षेत्र अमरवाड़ा, विधानसभा क्षेत्र जुन्नारदेव और विधानसभा क्षेत्र पांढुरना आदिवासी आरक्षित क्षेत्र है, जहां पर कांग्रेस का कब्जा है। कांग्रेस के चुनावी चक्रव्यूह को भेदने की तैयारी छिंदवाड़ा से शुरुवात करने की दिशा में भाजपा ने सबसे पहले केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री गिरिराज सिंह को भेजा। पिछले महीने गिरिराज सिंह ने छिंदवाड़ा में तीन दिन बिताए, यहाँ उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।

पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने दावा किया कि इस बार का विधानसभा चुनाव अलग होगा और भाजपा मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर कब्जा होगा।

गिरिराज सिंह के तीन दिन के दौरे के कुछ दिन बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छिंदवाड़ा पहुंचे, जहाँ पार्टी की महाविजय उद्घोष जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया की इस क्षेत्र की सातों विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करेंगे। 2024 में लोकसभा सीट भी जीतेंगे। उन्होंने मंच से कमलनाथ से कई सवाल भी पूछे। उन्होंने कहा कि सवा साल आपकी सरकार रही। जनता ने आपको मौका दिया। आपने क्या किया? उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह जो योजनाएं शुरू कर गए थे, वह भी बंद करा दी। कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी, दोनों वादा करने के लिए ही हैं।

भाजपा ने छिंदवाड़ा जिले की कमान विवेक बंटी साहू को सौंपी है। साहू ने तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ 2018 में विधानसभा का उपचुनाव लड़ा था। वे 25,837 वोटों से हारे गए थे। पिछले महीने ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी भोपाल पहुंचे और कार्यकर्ताओ को प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही लाडली बहना योजना को क्रांतिकारी कदम बताया।

इस योजना के तहत गरीब और निम्न मध्यम वर्ग की महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपये मिलेंगे। योजना का लाभ 23 से 60 वर्ष तक की उन बहनों को मिलेगा, जिनके परिवार की सालाना आय ढाई लाख रुपये से कम हो, घर में 5 एकड़ से अधिक भूमि न हो और कोई 4 पहिया वाहन न हो। योजना के फॉर्म 30 अप्रैल तक भरे जा रहे हैं, मई माह में इनका परीक्षण होगा और आगामी 10 जून से पात्र बहनों के खाते में 1000 रुपये प्रतिमाह आने लगेंगे। जानकारों का मानना है की इस योजना के सफल क्रियान्वयन प्रदेश में भाजपा को मजबूती देने के लिए काफी है।

इसी दौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की सक्रियता की परछाई भी मध्य प्रदेश में दिखाई देने लगी। संघ प्रमुख मोहन भागवत राजधानी भोपाल में शहीद हेमू कालाणी के जन्म शताब्दी वर्ष के समापन कार्यक्रम को संबोधित करने पहुंचे, यहाँ उन्होंने कहा कि छोटे-मोटे प्रलोभन छोड़ने का वक्त आ चुका है। उन्होंने अखंड भारत का सपना देखने की बात कहते हुए कहा कि आप सभी तैयार रहिए। क्या और कैसे होगा, यह मैं नहीं जानता, लेकिन, अखंड भारत सच है और वह साकार होगा।

भोपाल दौरे के बाद, भागवत बुरहानपुर और जबलपुर का दौरा कर अपने स्तर में फीडबैक ले चुके हैं। पिछले लगभग एक माह से भी काम समय में भगवत प्रदेश में तीन अलग-अलग क्षेत्रों में आ चुके हैं। जानकार इसे विधानसभा के चुनाव से जोड़कर देखते हैं।

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दौरा तय होता है और वो मध्य प्रदेश की राजधानी पहुंचते है। यहाँ पहुंच वो रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुँचते है जहा से वो प्रदेश को पहले वंदे भारत ट्रेन की सौगात देते है। ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद वो कहते है कि यह आयोजन जिस आधुनिक और भव्य रानी कमलापति स्टेशन पर हो रहा है, उसका लोकार्पण करने का सौभाग्य भी आप सबने मुझे दिया था। आज आप सभी ने यही से दिल्ली के लिए भारत के आधुनिकतम वंदे भारत ट्रेन को रवाना करने का अवसर दिया है। इस आधुनिक भारत में नई व्यवस्था बन रही हैं, नई परंपराएं बन रही हैं… आज का कार्यक्रम इसी का एक उत्तम उदाहरण है। कुछ ही दिन बाद राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री रीवा के विशेष सशस्त्र बल मैदान पहुंच मध्यप्रदेश के विकास से जुड़ी 17 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण करते है और शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा चलाई जा रही कई योजनाओं का जिक्र अपने भाषण में विशेष रूप से करते है।

भाजपा के साथ ही कांग्रेस ने भी सीएम चेहरे को लेकर अपनी स्थिति साफ कर दी है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने विदिशा जिले के दायरे में पत्रकारों के साथ हुई बातचीत में कहा कि मध्य प्रदेश में हमारा एक ही चेहरा है, वो हैं कमलनाथ।

इस बीच शिवराज और कमलनाथ एक दूसरे के खिलाफ जमकर हमलावर हो चुके है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर हो या हो चुनावी रैली या फिर आम सभा चौहान और कमलनाथ के बीच दावों एवं वादों को लेकर जुबानी जंग अब तेज हो चुकी है। जुबानी जंग और चुनाव के इस शोर के बीच जनता शांति से अपने आने वाली बारी का बेसब्री से इंतज़ार करते दिख रही है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad