आरजेडी और कांग्रेस ने मतगणना में धांधली के आरोप लगाया है और इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है। वहीं, चुनाव आयोग का कहना है कि ईसी स्वतंत्र तरीक़े से काम कर रहा है। किसी के दबाव में नहीं है।
आरजेडी ने कहा है कि नीतीश कुमार, सुशील मोदी इत्यादि मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में बैठ सभी जिलाधिकारियों पर दबाव बना सख़्त निर्देश जारी करवा रहे है कि महागठबंधन को कैसे भी 105-110 सीटों पर रोको। किसी भी परिस्थिति में हम जनमत की लूट नहीं होने देंगे। आरजेडी का आरोप है कि चुनाव के परिणाम जारी करने में जानबूझकर देरी की जा रही है।
इसके बाद कांग्रेस और लेफ्ट ने भी चुनाव आयोग का रुख किया है। कांग्रेस की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और अखिलेश प्रसाद सिंह पटना में चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे। मनोज झा ने चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद कहा कि आयोग ने हमसे कहा है कि जहां भी हमारा दावा है.वहां आयोग ने फिर से मतगणना कराई जा सकती है।
वही, भाकपा माले ने चुनाव आयोग को तीन सीटों पर फिर से गिनती कराने के लिए पत्र लिखा है।सीपीआईएमएल के पोलित ब्यूरो की सदस्य कविता कृष्णन ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।. भाकपा माले ने भोरे, आरा और दरौंधा सीट पर फिर से वोटों की गिनती की मांग की है।
चुनाव आयोग ने कहा कि वह किसी के दबाव में नहीं है। काफी संख्या में नतीजे प्राप्त हो चुके हैं। मतदान अंतिम चरण में हैं। मार्जिन बहुत कम है जिससे दोबारा गिनती की वजह से देर हो सकती है। जो समस्याएं हैं आब्जर्वर देख रहे हैं। आयोग ने राष्ट्रीय जनता दल के इस दावे के खंडन भी किया कि उसके 119 उम्मीदवारों की जीत हो गयी है लेकिन रिटर्निंग आफिसर विजय का प्रमाण पत्र नही दे रहे है। आयोग ने साफ किया कि अभी तक केवल 146 सीटों के नतीजे आये है और 97 सीटों के रुझान मिले हैं।