साल 2012 में गाजियाबाद की साहिबाबाद विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव जीते अमरपाल शर्मा ने आरोप लगाया है कि मायावती ने इस बार टिकट देने के बदले उनसे 8 करोड़ रुपये मांगे। जब उन्होंने पैसे देने से इनकार किया तो उनका टिकट काट दिया गया। इसके बाद फिर उन्हें टिकट देने की घोषणा की गई और उनसे कहा गया कि 5 करोड़ रुपये इसके एवज में दें। जब उन्होंने इससे इनकार किया तो इस बार उन्हें पार्टी से ही निकाल दिया गया।
उन्होंने कहा, मायावती ने उन्हें इसलिए पार्टी से निकाला, क्योंकि उन्होंने ये रुपये देने से इनकार कर दिया था। शर्मा कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। दिल्ली में कांग्रेस दफ्तर में मीडिया से चर्चा में पूर्व बसपा विधायक ने बताया कि मायावती ने अपने करीबी नेता नसीमुद्दीन सिद्दिकी के मार्फत एक नोट भेजा कि वह तुरंत पैसा भेजें, ताकि उन्हें टिकट दिया जा सके। शर्मा का आरोप है कि सौदेबाजी करते हुए टिकट के लिए पांच करोड़ रुपये की अंतिम राशि तय की गई यह राशि भी उनकी हैसियत से बाहर थी इसलिए उन्होंने पैसा देने से इनकार कर दिया। उल्लेखनीय है बसपा ने शर्मा पर भाजपा से सांठगांठ का आरोप लगाते हुए उन्हें सोमवार को पार्टी से निकाल दिया।