मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं को चुनौती देते हुए कहा, वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी की गयी है। वोटिंग मशीन का चुनाव रद्द कराकर पुरानी व्यवस्था बैलेट पेपर से चुनाव करायें, दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
उन्होंने कहा, .... मैं खुली चेतावनी देती हूं यदि वे सही मायने में ईमानदार हैं तो मुख्य चुनाव आयोग को लिखकर दें कि इस चुनाव में उनको सही वोट पड़ा है। यदि इनमें थोड़ी सी भी ईमानदारी है तो घबराना नहीं चाहिए और बैलेट पेपर के माध्यम से चुनाव करायें।
मायावती ने संवाददाताओं से कहा, मुस्लिम बहुल इलाकों में भी ज्यादातर वोट भाजपा को ही चले गये, जिससे इस आशंका को और बल मिलता है कि वोटिंग मशीनों को अवश्य ही मैनेज किया गया है। जिस भाजपा ने उत्तर प्रदेश में, जहां मुस्लिम समाज का 18 से 20 प्रतिशत वोट है, एक भी टिकट मुसलमान को ना दिया हो, उसके बावजूद मुस्लिम बहुल इलाकों में मुस्लिम समाज का वोट भाजपा को चला जाए, गले के नीचे नहीं उतर रहा है।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि परिणाम देखकर ये मामला इतना गंभीर हो गया है कि इसके बारे में और ज्यादा खामोश रहना लोकतंत्र के लिए घातक साबित होगा और 2019 में यही व्यवस्था चली तो समझ लो बहुत गड़बड़ हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियों का चुनाव लड़ना नाममात्र को रह जाएगा इसलिए सभी विरोधी दलों को इस बारे में गंभीर होना चाहिए और मिलकर आवाज उठानी चाहिए अन्यथा भारत में लोकतंत्र नाम की चीज नहीं रह जाएगी।
मायावती ने कहा कि भाजपा के लोग बहुत खुश हो रहे हैं लेकिन उन्होंने गड़बड़ी कर लोकतंत्र की हत्या की है और अपने पक्ष में बहुमत साबित किया है। हमने इस बारे में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर शिकायत की है। भाषा