बहुजन समाज पार्टी (बसपा) लोकसभा चुनाव के लिए किसी भी राज्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी। मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने अन्य राज्यों में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा, 'एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दूं कि बसपा किसी भी राज्य में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेगी।'
मायावती ने कहा, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में बसपा और सपा के बीच गठबंधन हुआ है। जबकि हरियाणा और पंजाब में राज्य की स्थानीय पार्टी के साथ समझौता तय है। उन्होंने कहा कि बसपा से चुनावी गठबंधन के लिए कई पार्टियां आतुर हैं, लेकिन चुनावी लाभ के लिए हमें ऐसा कोई काम नहीं करना है जो बसपा के मूवमेंट के हित में बेहतर नहीं है।
बसपा ने अटकलों पर लगाया विराम
उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में सपा-बसपा का गठबंधन होने के बाद यह चर्चाएं थीं कि एनडीए के खिलाफ बसपा कुछ और राज्यों में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकती है। खासकर मध्यप्रदेश, राजस्थान और बिहार में। लेकिन मायावती ने ऐसी अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया।
यूपी में सपा और बसपा का गठबंधन
बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों के लिए सपा और बसपा का गठबंधन है। सपा यूपी की 37 सीटों और बसपा 38 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हालांकि कहते आए हैं कि इस गठबंधन में कांग्रेस भी शामिल है और उसे दो सीटें दी गई हैं।
मायावती की ओर से दिए गए इस तरह के बयान से जाहिर होता है कि बसपा आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से दूरी बनाए रखना चाहती है। बसपा और सपा के बीच मध्य प्रदेश में भी चुनावी समझौता हुआ है। कांग्रेस और बसपा के बीच राजनीतिक दूरी तीन हिंदी राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनावों के दौरान भी देखने को मिली थी। मध्य प्रदेश में गठबंधन न होने के लिए मायावती ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया था।
मध्य प्रदेश में 26 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी बसपा
मध्य प्रदेश की 3 सीटों पर सपा अपने प्रत्याशी उतारेगी, बाकी 26 सीटों पर बसपा चुनाव लड़ेगी। उत्तराखंड की 5 सीटों में सिर्फ एक सीट पौड़ी गढ़वाल पर सपा लड़ेगी, जबकि शेष 4 सीटें बसपा के खाते में गई हैं। मध्य प्रदेश की जिन 3 सीटों पर सपा लड़ेगी, उनमें खजुराहो, टीकमगढ़ और बालाघाट शामिल है।