वास्को में कल रात एक जनसभा को संबोधित करते हुये पवार ने कहा, ऐसी अफवाहें फैलायी जा रही हैं कि राकांपा भाजपा के करीब जा रही है। यह बिल्कुल निराधार खबरें हैं। राकांपा कभी भी भाजपा का समर्थन नहीं करेगी। पवार यहां पर अपने पार्टी प्रत्याशी जोस फिलिप डीसूजा के पक्ष में प्रचार के लिए आए थे।
हाल ही में पवार को देश के दूसरे सर्वोच्च सम्मान पद्मविभूषण से सम्मानित किये जाने का ऐलान किया गया है।
पवार ने कहा, हम कभी भी धर्मनिरपेक्षता पर समझौता नहीं करेंगे। राकांपा कभी भी सांप्रदायिक ताकतों के साथ नहीं जाएगी। जो सांप्रदायिकता के पक्षधर और इसे फैलाने वाले रहे हैं हम कभी भी उनके साथ नहीं जाएंगे।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा के साथ अपना दो दशक पुराना गठबंधन तोड़ने की घोषणा की है। इससे इन अटकलों को बल मिला कि मुंबई में होने वाले निगम चुनाव से पहले और राज्य में अन्य स्थानों पर भाजपा राकांपा का साथ मांग सकती है।
भाषा के मुताबिक कल रात जनसभा के दौरान पवार ने असंगठित क्षेत्र में बेरोजगारी और हथकरघा उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों की कथित कमजोर स्थिति के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया और नोटबंदी को लेकर उनकी आलोचना की।
वयोवृद्ध नेता ने प्रधानमंत्री ने विदेशों से काला धन वापस लाने में अपनी विफलता को छिपाने, लोगों का ध्यान बंटाने और उन्हें गुमराह करने के लिए नोटबंदी का निर्णय लिया।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने मनोहर पर्रिकर की, वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालने के बाद उनके द्वारा राज्य में खनन उद्योग को बंद करने की आलोचना की।
उन्होंने कहा, पर्रिकर के एक निर्णय ने खनन उद्योग पर निर्भर लोगों को अंधकारमय भविष्य का सामना करने को मजबूर कर दिया।
एजेंसी