अनुप्रिया ने भाषा से कहा, इस चुनाव ने साबित कर दिया है कि हमारे प्रधानमंत्री भारत के सबसे विश्वसनीय ब्रांड हैं। जनता ने उनके नेतृत्व पर एक बार फिर विश्वास जताया है। लोगों को उनके नेतृत्व में पूरा भरोसा है।
उन्होंने कहा, इस बार उत्तर प्रदेश की जनता खासकर पिछड़ों और दलितों ने उन लोगों को नकार दिया है जो उनके नाम पर राजनीति करके उन्हें ठगते आ रहे थे। समाज का पिछड़ा तबका अब इनके बहकावे में नहीं आने वाला है। लोग विकास चाहते हैं। पिछड़ों और दलितों के नाम पर राजनीति करने वालों ने समाज के इन वर्गों की सुध नहीं ली, बल्कि अपना और अपने परिवार का विकास किया।
नोटबंदी के मुद्दे का हवाला देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा, लोग इस चुनाव को नोटबंदी पर जनमत संग्रह कह रहे थे। अब यह साबित हो गया कि जनता प्रधानमंत्री के फैसले के साथ है। लोग जानते हैं कि यह फैसला उनके और देश के हित को ध्यान में रखते हुए लिया गया।
अनुप्रिया ने कहा, जनता के सामने बार बार यह पेश किया गया कि भाजपानीत गठबंधन के पास मुख्यमंत्री पद के लिए कोई चेहरा नहीं है, लेकिन जनता ने एक नहीं सुनी। जनता को पता था कि भाजपा के नेतृत्व में ही उत्तर प्रदेश को गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाई जा सकती है।
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