लालू ने कहा कि आज देश में कोई स्वयं को सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा है और उन्होंने सभी को आतंकित किया है। वह मेक इन इंडिया की बात कर रहे हैं और कहते थे कि अच्छे दिन आएंगे। लोगों ने कभी सोचा भी नहीं था कि इतने बुरे दिन आएंगे। लोग झांसे में आ गए। उन्होंने हर वर्ग को ठगा। राजद प्रमुख ने कहा कि वे सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ जल्द ही राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ेंगे। उनके अनुसार, नीतीश कुमार बिहार संभालेंगे और वह देश में घूम-घूमकर सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ आंदोलन छेड़ेंगे।
बिहार की सत्ता में दस साल बाद वापसी करने वाले लालू ने कहा कि उनका पहला पड़ाव वाराणसी होगा जहां से सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान वाराणसी को क्योटो बना देने का वादा किया था। लालू के अनुसार, वह लालटेन लेकर यह देखने जाएंगे कि मोदी ने अपना वादा पूरा किया है या नहीं।
उल्लेखनीय है कि कल लालू ने मोदी पर आरोप लगाया था कि वह प्रधानमंत्री नहीं बल्कि संघ प्रचारक हैं जिनकी ड्यूटी पूरे देश में आरएसएस का सांप्रदायिक संदेश फैलाने की है। उन्होंने अपनी जीत के लिए बिहार की जनता को धन्यवाद दिया और उसका आभार व्यक्त किया। राजद प्रमुख ने दिल्ली में कुछ टीवी चैनलों के स्टूडियो में बैठकर चुनाव विश्लेषण और बहस में भाग लेने वालों पर पूर्वाग्रह से ग्रस्त होने का आरोप लगाया। लालू ने कहा कि जंगलराज, चारा चोर और क्रिमिनल जैसी नकारात्मक टिप्पणी करने वाले ऐसे लोगों को बिहार चुनाव परिणाम से पता चल गया कि यहां की जमीनी हकीकत क्या है। लालू ने कहा जनता जनार्दन ही सर्वश्रेष्ठ निर्णायक है। जो लोग टीवी चैनलों के स्टूडियो में बैठ कर चर्चा में बोलते और फैसले करते हैं उनसे अनुरोध है कि वह आगे से ध्यान रखें।