बिहार में चंपारण से चुनावी बिगुल बजाकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने महात्मा गांधी की विरासत को याद कर चंपारण के लोगों से सीधा रिश्ता जोड़ने की कोशिश की। उन्होंने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधऩे में कोई कसर नहीं छोड़ी। नरेंद्र मोदी पर सूट बूट की सरकार चलाने का कटाक्ष करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जिस तरह से चंपारण में महात्मा गांधी सूट पहनकर आए थे और यहीं से धोती पहनकर गए, उसी तरह से वह भी धोती पहनना चाहते हैं। चंपारण से अपना चुनावी अभियान शुरू करके राहुल गांधी ने बिहार के मतदाताओं को एक संदेश देने की कोशिश की है। महात्मा गांधी के निर्माण में चंपारण के प्रयोग की बेहद अहम भूमिका रही है। इसे ही दोबारा जिंदा कर राहुल कांग्रेस के लिए बिहार में कुछ जमीन तलाशने की कोशिश करते दिखाई दिए।
आज चंपारण में राहुल गांधी के साथ लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी मौजूद थे। तेजस्वी के भाषण को भी श्रोताओं ने सराहा। जनता दल (यू) की तरफ से के.सी. त्यागी भी मंच पर मौजूद थे और उन्होंने भी युवाओं से बिहार के सम्मान के लिए वोट देने की बात कही। लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने स्थानीयता तथा अकलियत को जोड़ने की कोशिश की।
महात्मा गांधी के साथ-साथ राहुल गांधी ने आंबेडकर को भी अपने भाषण में याद किया। राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'कुछ वक्त पहले मैंने संसद में सूट-बूट की सरकार की बात उठाई। मैंने बताया कि यह गरीबों की नहीं, सूट-बूट की सरकार है। और यह बात आज भी सच साबित हो रही है। मोदी गरीबों से नहीं, बल्कि सूट-बूट वालों से मिलते हैं और उन्हीं के लिए काम करते हैं। ' राहुल गांधी ने इसी क्रम में महागठबंधन बनाने के औचित्य को भी जनता के सामने रखा। उन्होंने कहा, 'हमने महागठबंधन इसलिए बनाया कि सूट-बूट वाले लोगों और इनकी सरकार से बिहार की जनता को बचाया जा सके।' उन्होंने बिहार की जनता को चेताते हुए कहा कि बिहार में भाजपा सरकार बनने से दिल्ली से सूट-बूट वाले आकर बिहारियों की जमीन छीनेंगे।'
राहुल ने कहा मुख्यमंत्री रमन सिंह, शिवराज सिंह और वसुंधरा राजे के अलावा सुषमा स्वराज का ज्रिक करते हुए कहा कि मोदी सरकार भ्रष्टातार को खत्म करने में नहीं बल्कि भ्रष्टों को बचाने में विश्वास रखती है। राहुल गांधी ने साफ कहा कि प्रधानमंत्री को अगर रोजगार की बात करनी है तो वे युवाओं और मजदूर वर्ग से जाकर बात करें। स्वच्छ भारत की बात करनी है तो वे सफाई करने वालों से बात करें। लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहे हैं। वह इसके उलट कर रहे हैं।' राहुल ने कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ वादे करने में माहिर है, उन्हें पूरा करने में नहीं।
राहुल गांधी ने चंपारण के युवाओं की बेरोजगारी को हल करने का वादा को किया। उन्होंने घोषणा की, ' पढ़ाई के लिए हम युवाओं को चार लाख रुपये देंगे।'
गौरतलब है कि पश्चिमी चंपारण में रैली स्थल पर पहुंचने से पहले राहुल पटना पहुंचे। पटना हवाईअड्डे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका स्वागत किया। यह रैली पूरी तरह से राहुल गांधी पर ही केंद्रित थी।