राजनैतिक रूप से बेहद अहम कैराना लोकसभा क्षेत्र के 73 और महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया के 49 बूथों पर 30 मई को दोबारा मतदान कराया जाएगा। नगालैंड के एक बूथ पर भी फिर से वोट डाले जाएंगे। मिली जानकारी के अनुसार, राज्य चुनाव आयुक्त ने कैराना के 73 बूथों पर पुनर्मतदान कराने की अनुशंसा की है जिसे चुनाव आयोग ने मान लिया है।
सोमवार को उपचुनाव के दौरान कैराना और भंडारा-गोंदिया लोकसभा और नूरपुर विधानसभा क्षेत्र से बड़ी संख्या में ईवीएम और वीवीपैट मशीनें खराब होने की शिकायतें मिली थीं। खुद चुनाव आयोग ने चार लोकसभा और दस विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव में 11 फीसदी वीवीपैट मशीनों के बदले जाने की बात स्वीकार की है। वीवीपैट मशीनें ईवीएम से जुड़ी होती हैं, जिनमें गड़बड़ी के चलते कई जगह मतदान प्रभावित हुआ।
हालांकि, ईवीएम में खराबी की बात को चुनाव आयोग ने बढ़ा-चढ़ाकर की गई शिकायतें करार दिया है जबकि वीवीपैट में खराबी के लिए भीषण गर्मी और मतदान कर्मियों की अनुभवहीनता को जिम्मेदार ठहराया। कैराना के अलावा महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया में 19.22 फीसदी और पालघर लोकसभा क्षेत्र में 13.16 फीसदी वीवीपैट खराब होने की वजह से बदलनी पड़ी थीं। इतनी बड़ी तदाद में वीवीपैट खराब होने से चुनाव आयोग की साख पर भी सवाल उठ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र सहित देश के 10 राज्यों में पड़ने वाली 4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर सोमवार को भीषण गर्मी और ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतों के बीच मतदान संपन्न हुआ था।
चुनाव आयोग पहुंचे राजनैतिक दल
मिली जानकारी के अनुसार, कैराना के जिन बूथों पर कल दोबारा मतदान कराया जाएगा, उनमें गंगोह विधानसभा क्षेत्र के 45, नकुड़ के 23, थानाभवन का एक और शामली के चार बूथ हैं। कैराना से रालोद उम्मीदवार ने करीब 150 बूथों पर ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की शिकायत चुनाव आयोग से करते हुए मुस्लिम और दलित बहुल इलाकों में खराब मशीनें न बदले जाने और मतदान धीमा कराने का आरोप लगाया था। सपा और रालोद ने सत्ता पक्ष पर लोगों को मताधिकार से वंचित रखने की साजिश का आरोप लगाया है। जबकि चुनाव आयोग का कहना है कि ईवीएम में गड़बड़ी नहीं थी। वीवीपैट में खराबी की शिकायतें जरूर मिली, जिन्हें बदल दिया गया।
ईवीएम में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी को लेकर सपा के रामगोपाल यादव, रालोद अध्यक्ष अजित सिंह और कांग्रेस के आरपीएन सिंह दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त से भी मिले। बाद भी भाजपा का भी एक प्रतिनिधिमंडल ईवीएम में गड़बड़ियों की शिकायतें लेकर चुनाव आयोग पहुंचा था। राजनैतिक दलों के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से ईवीएम या वीवीपैट में गड़बड़ी वाले बूथों पर दोबारा चुनाव कराने या मतदान की अवधि बढ़ाने की मांग की थी।
कैराना और नूरपुर में बदली गईं 384 वीवीपैट
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, निर्वाचन क्षेत्र से 3 बैलेट यूनिट, 3 कंट्रोल यूनिट तथा 384 स्थानों पर वीवीपैट खराब होने की शिकायतें प्राप्त हुई, जिन्हें बदलकर सुचारू रूप से मतदान संपन्न कराया गया। जिन मतदान स्थालों पर वीवीपैट खराब होने के कारण मतदान दो घंटे से अधिक बाधित रहा, उनके बारे में संबधित जिला निर्वाचन अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई थी। उसके आधार पर ही दोबारा मतदान कराए जाने की अनुशंसा की गई है।
विपक्षी एकता के लिए कड़ा इम्तिहान बने यूपी में कैराना और नूरपुर उपचुनावों में कल शाम छह बजे तक क्रमश: 54.17 और 61 फीसदी मतदान हुआ। कई बूथों पर ईवीएम से जुड़ी वीवीपैट खराब होने की वजह से रात को 10-11 बजे तक मतदान कराए जाने की खबर है। दोनों चुनाव क्षेत्रों में सुबह से ही कई जगह ईवीएम और वीवीपैट मशीन खराब होने की खबरें आने लगी थीं, जिनकी शिकायत सपा और रालोद ने तुरंत चुनाव आयोग से की। गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान कैराना में 73 फीसदी और 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान नूरपुर में 66.82 फीसदी मतदान हुआ था। इन उपचुनावों के नतीजे 31 मई को आएंगे।