कर्नाटक चुनाव में त्रिशंकु विधानसभा के बीच भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। फिलहाल, सरकार बनाने के दावे के साथ कांग्रेस-जेडीएस ने मिलकर राज्यपाल से मुलाकात की है। भाजपा की तरफ से येदियुरप्पा भी राज्यपाल से मिले और सरकार बनाने का दावा पेश किया। फिलहाल, सबकी नजर राज्यपाल वजुभाई वाला पर टिकी हुई है।
कई ऐसी हाई-प्रोफाइल सीटें रहीं, जहां बड़े उलट-फेर हुए। कांग्रेस नेता और निवर्तमान मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को एक सीट पर हार का सामना करना पड़ा और दूसरी सीट मुश्किल से बच पाई।
आइए, कर्नाटक की कुछ वीआईपी सीटों पर नजर डालते हैं।
1. चामुंडेश्वरी
सिद्दारमैया ने जिन दो सीटों से चुनाव लड़ा, ये उनमें से एक है और ये सीट उनके हाथ से निकल गई। जेडीएस के जीटी देवेगौड़ा ने सिद्धारमैया को 36,042 वोटों से जीत दर्ज कर सीट बरकरार रखी। सिद्धारमैया पहली बार दिसंबर 2006 में उपचुनाव जीते थे। देवेगौड़ा सिद्धारमैया के करीबी रहे। मतभेद के चलते 2007 में भाजपा फिर 2013 में जेडीएस में शामिल हो गए।
2. बादामी
सिद्धारमैया ने 1,696 वोट से जीत दर्ज की। उन्हें भाजपा बी श्रीरामुलु से कड़ी टक्कर मिली। यह सीट कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवारों के लिए नई सीट थी।
3. शिकारीपुरा
भाजपा के बीएस येदियुरप्पा ने 35,397 वोट से जीत दर्ज कर सीट बरकरार रखी। उन्होंने कांग्रेस के जीबी मालातेशा को हराया।
यह सीट येदियुरप्पा का गढ़ मानी जाती है। वे 1983 के बाद यहां 8 चुनाव जीत चुके हैं। सिर्फ 1999 में कांग्रेस से हार मिली थी।
4. रामनगर
जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने 22,636 वोट से जीत दर्ज कर सीट बरकरार रखी। उन्होंने कांग्रेस के इकबाल हुसैन को हराया। कुमारस्वामी पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के छोटे बेटे हैं। वे 2004 से यहां चुनाव नहीं हारे।
5. चन्नापाटना
एचडी कुमारस्वामी (जेडीएस) ने 21,530 वोट से दूसरी सीट से भी जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा के मौजूदा विधायक सीपी योगेश्वर को हराया।
6. होलेनरसीपुर
यहां जेडीएस के एचडी रेवन्ना ने 43,832 वोट से जीत दर्ज कर सीट बरकरार रखी। उन्होंने कांग्रेस से मंजेगौड़ा बीपी को हराया।
रेवन्ना, एचडी देवेगौड़ा के बड़े बेटे हैं। वे इस सीट से पांचवीं बार विधायक चुने गए।
6. वरुणा
कांग्रेस के यतींद्र एस ने 58,616 वोट से जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा के टी बासवराजू को हराया।
यतींद्र सिद्धारमैया के बेटे हैं। 2008 और 2013 में सिद्धारमैया ने यहां से चुनाव जीता था। इस सीट पर अमित शाह ने येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को टिकट देने से मना कर दिया था।
8. सोरब
भाजपा के कुमार बंगारप्पा ने 13,286 वोट से जीत दर्ज की। उन्होंने जेडीएस के मौजूदा विधायक मधु बंगारप्पा को हराया। दोनों उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री एस बंगारप्पा के बेटे हैं।
9. कोराटगेरे
कांग्रेस के डॉ. जी परमेश्वरा को 7,619 वोट से जीत मिली। उन्होंने जेडीएस के पीआर सुधाकर लाल को हराया।
परमेश्वरा कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। सिद्धारमैया सरकार में 2015 से 17 तक गृह मंत्री भी रह चुके हैं।
10. चित्तापुर
कांग्रेस के प्रियांक खड़गे को 4,393 वोट से जीत मिली। उन्होंने भाजपा के वाल्मिक नाईक को हराया। प्रियांक कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे हैं।