एनडीए में सीट बंटवारे के तहत रालोसपा को 23 सीटें मिली हैं। छह अन्य सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा अगले कुछ दिनों में की जाएगी। इस मौके पर रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मीनापुर सीट को लेकर भाजपा से अपनी नाराजगी भी सार्वजनिक कर दी।
एनडीए के एक अन्य घटक दल लोजपा पर परोक्ष कटाक्ष करते हुए रालोसपा के प्रधान महासचिव शिवराज सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी के सभी उम्मीदवार सामान्य कार्यकर्ता हैं और शीर्ष नेताओं से उनके कोई पारिवारिक संबंध या कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं हैं। उनकी यह टिप्पणी रामविलास पासवान के नेतृत्व वाली लोजपा द्वारा घोषित उम्मीदवारों के मद्देनजर आई है क्योंकि लोजपा के कई उम्मीदवार पासवान के परिजन हैं या पार्टी के दूसरे बड़े नेताओं के रिश्तेदार हैं। खुद भाजपा ने भी अपने कई नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट दिया है।
सीट बंटवारे पर भाजपा से अपने मतभेद को सार्वजनिक करते हुए रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि रालोसपा मीनापुर से चुनाव लड़ने को इच्छुक थी जहां से भाजपा के मौजूदा विधायक संभवत: चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। कुशवाहा ने कहा, मुझे कहा गया था कि भाजपा विधायक वहां से चुनाव लड़ेंगे और अगर नहीं तो मेरी पार्टी के बारे में विचार किया जाएगा। लेकिन कल विधायक के परिवार से जुड़े एक व्यक्ति के नाम की घोषणा कर दी गई जबकि मुझे अंधेरे में रखा गया। मैं इस बारे में अमित शाह जी से बात करूंगा।
इस बीच पार्टी द्वारा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा किए जाने के दौरान उस समय हंगामा हो गया जब नरकटियागंज से टिकट का एक दावेदार संवाददाता सम्मेलन में घुस आया और फूट-फूट कर रोने लगा। उसका आरोप था कि उसे टिकट नहीं दिया गया। हालांकि बाद में उसने उम्मीद जताई कि उसे अब भी टिकट मिल सकता है।