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तेलंगाना: कांग्रेस 63 सीट, बीआरएस 40 सीट तथा अन्य 16 सीट पर आगे

तेलंगाना विधानसभा चुनावों में रविवार सुबह से चल रही वोटों की गिनती के बाद अब नतीजे आने शुरू हो गए हैं।...
तेलंगाना: कांग्रेस 63 सीट, बीआरएस 40 सीट तथा अन्य 16 सीट पर आगे

तेलंगाना विधानसभा चुनावों में रविवार सुबह से चल रही वोटों की गिनती के बाद अब नतीजे आने शुरू हो गए हैं। अबतक कांग्रेस 15 तो बीआरएस 9 सीटों जबकि भाजपा एक सीट पर कब्जा कर चुकी है। बता दें कि राज्य में कांग्रेस 63, बीआरएस 40, भाजपा 9, एआईएमआईएम 6 और सीपीआई 1 सीट पर आगे है। 

इससे पहले, तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने राज्य चुनावों में पार्टी की बढ़त का जश्न मनाते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी। कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद में रोड शो किया क्योंकि पार्टी राज्य में अपनी बढ़त बनाए हुए है।

तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के समर्थक हैदराबाद में उनके आवास के बाहर एकत्र हुए। हैदराबाद के ताज कृष्णा में लग्जरी बसें तैनात की गई हैं। हैदराबाद में राज्य पार्टी प्रमुख रेवंत रेड्डी के आवास के बाहर पटाखे फोड़े गए। साथ ही कांग्रेस समर्थक हैदराबाद में राज्य पार्टी प्रमुख रेवंत रेड्डी के आवास के बाहर इकट्ठा हुए और पार्टी के बढ़त दिखाने पर नारे लगाए। 

गौरतलब है कि तेलंगाना विधानसभा चुनाव में 2,290 उम्मीदवार मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें बीआरएस प्रमुख चंद्रशेखर राव, उनके बेटे और सरकार में मंत्री के. टी. रामा राव, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ए. रेवनाथ रेड्डी और भाजपा के लोकसभा सदस्य बंडी संजय कुमार, डी. अरविंद और सोयम बापू राव शामिल हैं। 

कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी ने कहा, "मैं एक साल से अधिक समय से कह रही थी क्योंकि हमने जनता की नब्ज पकड़ ली है। हम समझ गए थे कि एक बड़ा बदलाव आने वाला है और वही हो रहा है। जीत हमारी है, मुझे पूरा विश्वास है। लोग बीआरएस से थक चुके थे। बीजेपी और बीआरएस एक हैं - यह बात सभी समझ गए। वे एआईएमआईएम की खतरनाक भूमिका को भी समझते हैं। मुझे लगता है कि एआईएमआईएम, औवेसी को सबसे बड़ा नुकसान हुआ है इस खेल में। राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने जो गलत कदम उठाया, उसके पीछे की सच्चाई लोगों को समझ में आ गई। यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि मैंने हमेशा उन्हें एक बुद्धिमान व्यक्ति माना है। जब कांग्रेस एकजुट होकर चुनाव लड़ती है, तो देश की कोई भी ताकत हमारे खिलाफ नहीं खड़ी हो सकती है।"

भाजपा सांसद के लक्ष्मण ने कहा, "तेलंगाना में लोग बदलाव चाह रहे थे। बीआरएस द्वारा भ्रष्टाचार, वंशवाद की राजनीति और तुष्टिकरण की राजनीति तीन मुख्य मुद्दे थे जिन्होंने लोगों को प्रभावित किया। शुरुआती गिनती में कांग्रेस कई जगहों पर आगे चल रही है। लेकिन मेरा मानना है कि बीजेपी अहम भूमिका निभाएगी।"

मतगणना के दिन, बीआरएस एमएलसी के कविता ने कहा, "हमें पूरा विश्वास है कि हम तेलंगाना के लोगों के आशीर्वाद से फिर से जीतेंगे।" कांग्रेस पर्यवेक्षक माणिकराव ने उनकी पार्टी के जीतने की उम्मीद जताई।

उन्होंने एएनआई से कहा, "हमारी पार्टी प्रमुख प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोगों को हमारी नीतियों के बारे में समझाया। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का काफी प्रभाव पड़ा। केसीआर ने तेलंगाना में राजा-महाराजा की तरह व्यवहार किया। कांग्रेस ने तेलंगाना को राज्य का दर्जा दिया था और हर कोई यही चाहता था कि यह एक अच्छा राज्य बनेगा। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। कांग्रेस 70 से अधिक सीटें जीतेगी और एग्जिट पोल भी यही कह रहे हैं।"

बीआरएस ने राज्य की सभी 119 सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि चुनाव से पहले हुए समझौते के तहत भाजपा और जनसेना ने क्रमश: 111 और आठ सीट पर चुनाव लड़ा है। उधर, कांग्रेस ने अपनी सहयोगी पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को एक सीट दी है। असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम की बात करें तो उसने नौ विधानसभा सीट पर चुनाव लडा है।  

वहीं, केसीआर (चंद्रशेखर राव) दो विधानसभा क्षेत्रों-गजवेल व कामारेड्डी से चुनाव लड़ रहे हैं। रेवंत रेड्डी-कोडंगल और कामारेड्डी से चुनाव मैदान में उतरे हैं। भाजपा ने अपने विधायक एटाला राजेंदर को हुजूराबाद के अलावा गजवेल से भी मैदान में उतारा, जहां से वह मौजूदा विधायक भी हैं। 

चार महत्वपूर्ण राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनावों के नतीजे उन संभावित राजनीतिक बदलावों को प्रतिबिंबित करेंगे जो 2024 में लोकसभा चुनाव में दिखाई देंगे।

2018 में, बीआरएस (तब तेलंगाना राष्ट्र समिति) ने 119 में से 88 सीटें जीतीं और उसका वोट शेयर 47.4 प्रतिशत था। कांग्रेस 19 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही है।

उल्लेखनीय है कि तेलंगाना में 30 नवंबर को हुए चुनाव में कुल 3.26 करोड़ मतदाताओं में से 71.34 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। 

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