उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में दो दर्जन सीटों पर कांटे की टक्कर है लेकिन एनडीए काफी आगे चल रही है। रुझानों में एनडीए 58 सीटों पर और सपा-बसपा गठबंधन 21 सीटों पर आगे हैं। उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज सबसे बड़ी जीत की ओर बढ़ गए हैं। वह करीब दो लाख 45 हजार वोटों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से आगे हैं। जीत के अंतर को लेकर वह पीएम मोदी को भी पीछे छोड़ दिए हैं। वाराणसी से पीएम मोदी करीब एक लाख 94 हजार वोटों से आगे हैं। हालांकि करीब दो दर्जन सीटों पर भाजपा को कड़ी टक्कर मिल रही है और कुछ सीटों पर कांग्रेस ने लड़ाई को त्रिकोणीय भी बना दिया है।
कई दिग्गज पीछे चल रहे हैं
लोकसभा चुनाव में प्रदेश में कई सीटों पर दिग्गजों को मुंहकी खानी पड़ सकती है। दोपहर साढ़े 12 बजे तक मिले नतीजों के मुताबिक गाजीपुर में केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी से 32 हजार 335 वोटों से पीछे थे। इसके अलावा अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से 46 सौ 49 वोटों से पीछे चल रहे हैं। रायबरेली में यूपीए अध्यक्षा सोनिया गांधी भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह से 40 हजार तीन सौ 78 वोटों से आगे हैं। सुल्तानपुर में केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी अपने निकटतम प्रत्याशी से महज 756 वोटों से आगे हैं। वोटों का अंतर काफी कम होने के कारण इस सीट पर हार-जीत का अंतर भी कम होने का अनुमान है। रामपुर में गठबंधन प्रत्याशी आजम खां भाजपा प्रत्याशी जया प्रदा से 51 हजार एक सौ 76 वोटों से आगे हैं। आजमगढ़ में सपा मुखिया अखिलेश यादव अपने निकटतम भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ से 58 हजार 861 वोटों से आगे हैं। कन्नौज में कांटे की लड़ाई दिखाई दे रही है, लेकिन सपा मुखिया की पत्नी डिंपल यादव 11 हजार आठ सौ 35 वोटों से आगे हैं।
गोरखपुर में रवि किशन आगे
गोरखपुर में भाजपा प्रत्याशी रवि किशन अपने निकटतम गठबंधन प्रत्याशी रामभुआल निषाद से एक लाख 44 हजार 979 वोटों से आगे हैं। यहां चुनाव आखिरी दिनों में मुख्यमंत्री योगी के नाम पर हो गया था। संतकबीरनगर में जूता कांड का असर दिख रहा है और भाजपा प्रत्याशी सांसद प्रवीण निषाद गठबंधन प्रत्याशी और पूर्वांचल के बाहुबलि के बेटे भीष्म शंकर तिवारी से पांच हजार आठ सौ 24 वोटों से पीछे चल रहे हैं। मेरठ में भाजपा और गठबंधन के बीच कांटे की लड़ाई चल रही है। यहां कभी भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र अग्रवाल आगे हो रहे हैं तो कभी गठबंधन प्रत्याशी हाजी याकूब। सहारनपुर में गठबंधन प्रत्याशी हाजी फजलउर रहमान भाजपा प्रत्याशी राघवलखन पाल से 48 हजार वोटों से आगे हैं। यहां कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद भी अच्छा चुनाव लड़े हैं, लेकिन वह तीसरे नंबर पर हैं। संभल में भी गठबंधन प्रत्याशी डॉ. शफीकउर रहमान भाजपा प्रत्याशी परमेश्वर लाल सैनी से 25 हजार तीन सौ 92 वोटों से आगे हैं। श्रावस्ती में भी गठबंधन प्रत्याशी भाजपा प्रत्याशी से 18 हजार 634 वोटों से आगे हैं।
पश्चिम उत्तर प्रदेश
कैराना में गठबंधन प्रत्याशी तब्ससुन हसन महज 445 वोटों से भाजपा प्रत्याशी से आगे हैं। नगीना में भी गठबंधन प्रत्याशी गिरीश चंद्र भाजपा प्रत्याशी डॉ. यशवंत सिंह से 67 हजार 81 वोटों से आगे हैं। ऐसे ही मुजफ्फरनगर में रालोद मुखिया अपने निकटतम भाजपा प्रत्याशी संजीव कुमार बालियान से 22 हजार 734 वोटों से आगे हैं तो बागपत में केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रत्याशी डॉ. सत्यपाल सिंह रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी से 20 हजार एक सौ 79 वोटों से आगे हैं। मुरादाबाद में गठबंधन प्रत्याशी डॉ. एसटी हसन भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश कुमार को 58 हजार 307 वोटों से मात देते दिख रहे हैं।
कांग्रेस प्रत्याशियों के कारण करीब आधा दर्जन सीटों पर त्रिकोणीय लड़ाई है। इसमें सहारनपुर, संतकबीरनगर और बहराईच सीटें भी शामिल हैं। प्रदेश में करीब 24 बसपा 15, समाजवादी पार्टी नौ सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।