सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, मदन कौशिक, अरविंद पांडेय, सुबोध उनियाल, यशपाल आर्य और प्रकाश पंत ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। रेखा आर्य और धन सिंह रावत ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। इनमें से पांच मंत्री पहले कांग्रेस में रह चुके हैं।
समारोह के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद,कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास मौजूद थे।
गौरतलब है कि हाल ही संपन्न राज्य विधानसभा चुनाव में 70 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी को 57 सीटें मिली हैं।
त्रिवेंद्र रावत डोईवाला से जीतकर तीसरी बार विधायक बने हैं। रावत का संबंध आरंभिक काल से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से रहा है। वह इस संगठन के प्रचारक भी रह चुके हैं। वे2002 में पहली बार विधायक बने थे। 2007 में भी विधायक रह चुके हैं। राज्य के कृषि मंत्री भी रहे हैं। वह मोदी और अमित शाह दोनों के ही करीबी हैं। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव, उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी और झारखंड के प्रभारी रहे हैं। रावत पौड़ी जिले के जयहरीखाल ब्लॉक के खैरासैण गांव के रहने वाले हैं। इनके पिता प्रताप सिंह रावत सेना की रुड़की कोर में रह चुके हैं। त्रिवेंद्र की पत्नी सुनीता स्कूल टीचर हैं। इनकी 2 बेटियां हैं। ये 9 भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। इन्होंने श्रीनगर यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में एमए किया था। (एजेंसी)