छत्तीसगढ़ की दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को वोट डाले गए। मतदान का समय सुबह 8 बजे से 3 बजे तक था। यहां 53 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ। मतदान शांतिपूर्ण रहा। नक्सल हिंसाग्रस्त दंतेवाड़ा की यह सीट भाजपा के विधायक की हत्या के बाद खाली हुई थी। मतदान संपन्न कराने के लिए 18 हजार फोर्स की तैनाती की गई थी। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के अलावा उत्तर प्रदेश के हमीरपुर और त्रिपुरा के बदरघाट में भी विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान हुआ।
इस साल अप्रैल में नक्सल हमले में मौजूदा भाजपा विधायक भीमा मंडावी की मौत के बाद यहां चुनाव की आवश्यकता पड़ी। राज्य में मुख्य विपक्षी भाजपा इस सीट को बरकरार रखने के लिये चुनाव लड़ रही है। यह सीट अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिये सुरक्षित है।
दोनों महिला उम्मीदवार नक्सल हिंसा के पीड़ित
दोनों प्रमुख पार्टियों ने ऐसे उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है जो नक्सल हिंसा के पीड़ित रह चुके हैं। कांग्रेस ने इस सीट से वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेंद्र करमा की पत्नी देवती करमा को भाजपा की ओजस्वी मंडावी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है। वर्ष 2013 में झीरम घाटी में नक्सलियों के हमले में महेंद्र करमा की मौत हो गयी थी जबकि ओजस्वी नक्सली हमले में मारे गये भाजपा नेता भीमा मंडावी की पत्नी हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में देवती करमा भीमा मंडावी से 2,172 मतों के अंतर से हार गयी थीं।