चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार हिंसा रोकने और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। बड़ी संख्या में सुरक्षा बल कर्मियों को तैनात करने के अलावा चुनाव आयोग ने मतदान के दिन सभी निर्वाचन क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगाने का भी आदेश दिया है। इन क्षेत्रों में विभिन्न प्रवेश बिंदुओं पर जांच नाका स्थापित किए गए हैं जहां पुलिस और केंद्रीय बल वाहनों की जांच कर रहे हैं। कोलकाता के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस चरण में 800 इलाकों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है जबकि 1,467 बूथों को संवेदनशील घोषित किया गया है। उन्होंने कहा, हम शनिवार को शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए सबकुछ करेंगे। किसी तरह का उपद्रव नहीं होने दिया जाएगा और हम स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश करने वाले लोगों से बहुत ही कड़ाई से निपटेंगे।
दक्षिण 24 परगना, कोलकाता दक्षिण और हुगली जिले की 53 सीटों से 43 महिलाओं सहित कुल 349 उम्मीवार मैदान में हैं। इन सीटों के लिए कल चुनाव होगा। 14,500 से अधिक बूथों पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे के बीच मतदान किया जाएगा। इन सीटों के मतदाताओं की संख्या 1.2 करोड़ है। इस चरण के चुनाव में दक्षिण कोलकाता का भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र आकर्षण का केंद्र है जहां से मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी, पूर्व केंद्रीय मंत्री दीपा दासमुंशी (कांग्रेस) और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रपौत्रा चंद्र कुमार बोस (भाजपा) के खिलाफ खड़ी हैं। सारदा चिटफंड घोटाले और सिंडिकेट राज (सामग्रियों की आपूर्ति से संबंधित स्थानीय रियल इस्टेट कंट्रोल) के साथ नारद स्टिंग एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा सुब्रत मुखर्जी, फरहाद हकीम, मनीष गुप्ता, पार्थ चटर्जी, जावेद अहमद खान जैसे राज्य के महत्वपूर्ण मंत्री और कोलकाता के मेयर सोवन चटर्जी सहित कई राजनीतिक दिग्गज इस चरण के चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बता दें कि सुब्रत, फरहाद और सोवन कथित रूप से समाचार पोर्टल नारद के स्टिंग में नजर आए थे।