बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने सोमवार को दिल्ली के मतदाताओं से विधानसभा चुनावों में जाति, धर्म और क्षेत्रीय राजनीति से ऊपर उठकर उनकी पार्टी का समर्थन करने की अपील की।
मायावती ने एक बयान में दिल्ली में ‘‘साफ पेयजल का अभाव’’ और ‘‘बदहाल जीवन’’ को मुद्दा बनाते हुए राष्ट्रीय राजधानी में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) सरकार, केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों को राष्ट्रीय राजधानी की ‘‘दुर्दशा’’ के लिए जिम्मेदार ठहराया।
मायावती ने उत्तर प्रदेश में बसपा के कार्यकाल का भी हवाला दिया और इसे ‘‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’’ हितैषी सरकार बताया।
उन्होंने मतदाताओं, खासकर अविकसित कॉलोनियों में रहने वालों को विरोधी दलों द्वारा किए जा रहे ‘‘झूठे वादों’’ के प्रति आगाह किया।
मायावती ने आरोप लगाया कि आप, भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक झगड़े ने दिल्ली के विकास को प्रभावित किया है और उन्होंने मतदाताओं से भ्रामक आश्वासनों के प्रति सतर्क रहने की अपील की।
उन्होंने कहा कि बसपा अकेले चुनाव लड़ रही है और उम्मीद है कि पार्टी बेहतर प्रदर्शन करेगी, बशर्ते चुनाव ‘‘धनबल, बाहुबल, सांप्रदायिक एवं धार्मिक उन्माद या इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से ‘‘छेड़छाड़’’ के बिना ‘‘स्वतंत्र और निष्पक्ष’’ तरीके से आयोजित किए जाएं।