मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की हार के बाद इस्तीफा देने के लिए सोमवार शाम को राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति से मुलाकात कर सकते हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री शाम करीब चार बजे राज्यपाल से मिलेंगे। उनके इस्तीफे की पेशकश करने की संभावना है।’’
निर्वाचन आयोग के अनुसार मतगणना में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) मिजोरम में सत्ता में अपनी जीत सुनिश्चित कर चुकी है, पार्टी कुल 27 सीटों पर जीत हासिल की है । सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने सात सीटें जीत ली हैं और तीन अन्य पर बढ़त बनाए हुए है, लेकिन उसके कई वरिष्ठ नेता या तो पिछड़ चुके हैं या पहले ही हार चुके हैं। जोरमथांगा भी चुनाव हार गए हैं। वह तीन राउंड की मतगणना के बाद आइजोल ईस्ट-एक सीट पर जेपीएम के लालथनसांगा से 2,101 वोटों से हार गए।
बता दें कि पहले मिजोरम की मतगणना 3 दिसंबर को ही होनी थी, लेकिन राजनीतिक दलों, एनजीओ, छात्र संगठनों और चर्च की अपील के बाद चुनाव आयोग ने इसकी तारीख बदलकर 4 दिसंबर कर दी गई।
दरअसल, मिजोरम में मतगणना रविवार को मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के साथ होनी थी लेकिन विभिन्न राजनीतिक दलों, गैर सरकारी संगठनों, गिरजाघर और छात्र संगठनों की अपील के बाद निर्वाचन आयोग ने इसे स्थगित कर दिया क्योंकि रविवार का दिन ईसाई बहुल मिजोरम के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है।