महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष नाना पटोले ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र कोरोना की विकट स्थिति का सामना कर रहा है, केंद्र सरकार से राज्य को उचित सहायता मिलने की उम्मीद है।
यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार कोरोना संकट के समय राजनीति खेल रही है रोगियों को आक्सीजन और रेमेडिसिविर दवा मिल नहीं पा रही है।
श्री पटोले ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने रेमिडिसिविर दवा खरीदने के लिए टेंडर जारी किया है, जो दो कंपनियां रेमिडिसिविर की दवा की 50 हजार इंजेक्शन प्रतिदिन राज्य को देती थी अचानक कहने लगीं कि 31 मई तक प्रतिदिन महाराष्ट्र को सिर्फ 500 इंजेक्शन मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि क्या केंद्र सरकार द्वारा उन पर लगाए गए दबाव के कारण इन कंपनियों की भूमिका में बदलाव आया है और क्या केंद्र राज्य को खराब स्थिति में पहुंचाना चाहती है।
श्री पटोले ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह ने श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए कुछ सकारात्मक सुझाव दिया था।
पूर्व प्रधानमंत्री के सुझाव का सम्मान करने की उम्मीद थी लेकिन स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने बेरुखी के साथ उत्तर दिया कि कांग्रेस शासित राज्यों में कोरोना वायरस की बहुत बुरी स्थिति है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कोरोना वायरस के संबंध में कभी भी कोई राजनीति नहीं की और जनता के लिए काम कर रही है।
श्री पटोले ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को गुजरात और उत्तर प्रदेश की स्थिति देखनी चाहिए। गुजरात में उच्च न्यायालय को लॉकडाउन लगाने का आदेश देना पड़ा। उन्होंने कहा कि श्री राहुल गांधी कोरोना से चिंतित है इसलिए पश्चिम बंगाल में चुनावी सभाओं को रद्द कर दिया। सुश्री बनर्जी ने भी प्रचार रैली को रद्द कर दिया है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अभी भी दिन में चार रैलियां कर रहे हैं।