तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को दावा किया कि उन्हें लोकसभा से निष्कासित करने की आचार समिति की सिफारिश अडाणी समूह के कथित कोयला घोटाले को दबाए रखने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘व्यग्रता’ से जुड़ी है। महुआ ने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्दे को उठाने वाले किसी भी व्यक्ति का मुंह बंद करना चाहते हैं।
तृणमूल नेता महुआ मोइत्रा ‘पैसे लेकर सवाल पूछने’ के आरोप का सामना कर रही हैं। उन्होंने पीटीआई वीडियो के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि मुद्दा यह है कि किसी सांसद को सदन में सवाल उठाने की अनुमति कैसे नहीं दी जाए।
उन्होंने कहा, “अडाणी 13,000 करोड़ रुपये के कोयला घोटाले में शामिल हैं। किसी भी अन्य देश में, इस वजह से सरकार गिर जाती। श्री मोदी दिल से यह जानते हैं। इसलिए वे इसे लंबे समय तक दबाए रखने के लिए बेचैन हैं।’’
तृणमूल सांसद ने दावा किया, “मोदी और अडाणी सरकार चला रहे हैं…… जो कोई भी उनसे सवाल करता है, वे घबरा जाते हैं। हम उन कुछ लोगों में से हैं जो ऐसा कर रहे हैं। इसलिए उनका प्रयास है कि उन्हें चुप करा दें, उन्हें जेल में डाल दें…।”
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ‘झूठ की फैक्टरी’ करार दिया। उन्होंने कहा, “वे हर दिन फर्जी खबरें फैलाते हैं और समस्या यह है कि इस देश में मीडिया पूरी तरह से मोदी और अडाणी द्वारा नियंत्रित है। वे इसे उठाते हैं, फैलाते हैं और हर कोई शोर मचाना शुरू कर देता है।’’